अगर आप वाहन चलाते समय ट्रैफिक रूल्स का वॉयलेशन करते हैं तो जरा सतर्क हो जाइए क्योंकि नियम तोडऩे पर अब चालान से बचना मुश्किल हो जाएगा. नगर निगम स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कमिश्नरेट पुलिस को ढाई करोड़ की लागत से 500 स्मार्ट मोबाइल 100 वायरलेस और 50 लैपटॉप मुहैया कराने जा रही है. ट्रैफिक पुलिस अब चौराहों और सड़कों पर रूल्स तोडऩे वालों को इन मोबाइल से कैद करेगी और सीधा चालान करेगी. इन सभी इक्विपमेंट के मिलने से एक तरफ जहां ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों पर लगाम लगेगी वहीं दूसरी तरफ पुलिस ज्यादा हाईटेक होगी. क्योंकि मोबाइल में कई स्मार्ट फीचर भी इनबिल्ट हैं.

कानपुर (ब्यूरो) चालान जनरेट करने के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप की जरूरत होती है। इसकी व्यवस्था मजबूत करने के लिए स्मार्ट सिटी ट्रैफिक पुलिस को लगभग 50 लैपटॉप भी मुहैया करवाने जा रहा है। इसके आने से चालान जनरेट करने की व्यवस्था आसान हो जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक, लैपटॉप के कमी के चलते चालान जनरेट करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

100 वायरलेस से कम्यूनिकेशन
अक्सर देखा गया है कि वाहन चालक ट्रैफिक रूल्स को आसानी तोड़कर वहां से नौ दो ग्यारह हो जाते हैं। जिससे पुलिस को उन्हें तलाशने में दिक्कत होती है। ऐसे में चौराहे समेत अन्य सड़कों पर ड्यूटी देने वाले पुलिस कर्मियों को वायरलेस दिया जाएगा। फस्र्ट स्टेज में स्मार्ट सिटी लगभग 100 वायरलेस मुहैया कराएगी। जिससे पुलिसकर्मियों के बीच आपस में कम्यूनिकेशन बेहतर बना रहेगा।

औसतन 3 हजार चालान डेली
कानपुराइट्स अक्सर ट्रैफिक रूल्स की धज्जियां उड़ाते रहते हैं, जो वाहन पुलिस के नजर में आते हैं, उनका ऑनलाइन चालान कर दिया जाता है। अधिकारियों के अनुसार ट्रैफिक पुलिस रोजाना औसतन तीन हजार से अधिक चालान काटती है। ऐसे में नया मोबाइल मिलने से ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों की कमी आएगी।

Posted By: Inextlive