इंडियन आर्मी में भी स्लीपर सेल्स !
एटीएस की पूछताछ में बोला मिनहाजऐसे बनते हैं आतंकी
- कभी मजबूर तो कभी लाचार लोगों को मिनहाज ने भर्ती किया अपने आतंकी संगठन में - देश के प्रति नफरत और धार्मिक भावनाओं का भड़काकर तैयार किए जाते हैं जेहादी >kanpur@inext.co.in KANPUR : राजधानी के लखनऊ में इंटेरोगेशन के दौरान मिनहाज से कानपुर के बहुत से राज खुलकर सामने आ रहे हैं। थर्सडे सुबह शुरू हुई पूछताछ में जब उससे पूछा गया कि युवा कैसे आतंकी संगठनों से जुड़ते हैं, तो जो जवाब उसने दिया वो चौंकाने वाला था। मिनहाज के मुताबिक आतंकी संगठन से जुड़े स्लीपर सेल्स का ये काम होता है कि वो इलाके में रहने वाले मजबूर और लाचार लोगों का पता लगाए। एक और बड़ी बात यह बताई है कि इंडियन आर्मी में भी स्लीपर सेल्स की घुसपैठ करा दी गई है। धार्मिक भावनाओं में बह जातेमिनहाज ने टीम को बताया कि युवा धार्मिक भावनाओं में जल्दी बह जाते हैं। उन्हें बताया जाता है कि हिंदुस्तान में उनके धर्म के लोगों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है? युवाओं को हो रहे अत्याचार की वीडियो दिखाई जाती है। ये वीडियो पूरी तरह से क्रोमा चेंज होती है यानी बैकड्राप देश के किसी स्थान का होता है और वीडियो कहीं और की दिखाई जाती है। युवाओं को लगातार इन सारी बातों को और धार्मिक बातों की जानकारी दी जाती है, जिससे युवा देश और देश में रहने वालों को अपना विरोधी मानने लगते हैं। उनके दिमाग में बिठाया जाता है कि अगर जन्नत चाहिए तो हिंदुस्तान और देश में रहने वालों के टुकड़े करें।
एयरफोर्स स्टेशन निशाने पर मिनहाज ने इंडियन आर्मी को लेकर भी बड़ा खुलासा किया है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने के लिए देश के दुश्मन फड़फड़ा रहे हैं। लिहाजा यूपी के जिन शहरों में एयरफोर्स का बेस स्टेशन है, उन्हें निशाना बनाया गया है। यहां पर लॉकडाउन फेस वन के दौरान कुछ स्लीपर सेल्स को लगाया गया था। जिनमें दो महिलाएं भी थीं। अलर्टनेस के बाद भी स्लीपर सेल्स ने इंडियन आर्मी में भी घुसपैठ कर रखी है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक जो भी टारगेट होता है, उसकी प्लानिंग पड़ोसी देश की सीमा में बैठे लोग करते हैं। उन्हें विधान सभा इलेक्शन को टारगेट करने के लिए कहा गया था। कुछ दिन पहले ही उन्हें बकरीद पर बैठक करने और फिर इसी बैठक में 15 अगस्त की प्लानिंग हो रही थी।