-सिर्फ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद जॉब मिलने में प्रॉब्लम को देखते हुए डीएवी कॉलेज तैयार किया स्किल डेवलपमेंट सेंटर

- इंटरेस्ट के मुताबिक स्टूडेंट्स में स्किल डेवलप कर नौकरी के योग्य बनाया जाएगा, कई नए कोर्सेस भी शुरू किए जाएंगे

- योगा, फैशन, डिजाइ¨नग जैसे कोर्स शुरू किए जाएंगे

-आर्ट स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स को भी स्किल से जोड़ा जाएगा

-रिटेन के साथ प्रैक्टिकल वर्क भी कराया जाएगा कॉलेज में

-कंपनियों में प्रशिक्षण भी कराया जाएगा स्टूडेंट्स को

-डिमांड के मुताबिक स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट भी कराएगा जाएगा

- 13 हजार स्टूडेंट्स करीब स्टडी कर रहे हैं डीएवी कॉलेज से

- 25 से ज्यादा डिपार्टमेंट चल रहे हैं कॉलेज कैम्पस में

-10 से ज्यादा कोर्सेस सेल्फ फाइनेंस कैटेगरी में चलते हैं

- 12 से अधिक नए कोर्स को शुरू करने जा रहा है कॉलेज

KANPUR: मौजूदा दौर में सिर्फ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करके अच्छी जॉब मिलना मुश्किल हो चुका है। जॉब के लिए चाहिए कुछ एक्स्ट्रा स्किल। तकनीक की इस दौड़ में डिमांड है मल्टीटैलेंटेंड लोगों की। स्टूडेंट्स को जॉब सर्च के दौरान होने वाली इस प्रॉब्लम को ध्यान में रखते हुए डीएवी डिग्री कॉलेज ने स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाया है जिसमें स्टूडेंट्स को उनके इंटरेस्ट के हिसाब से इम्प्लायमेंट से संबंधित ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे वह जॉब करने के योग्य खुद को साबित कर सकें।

मान्यता प्राप्त कोर्स करेंगे

डीएवी डिग्री कॉलेज के स्किल डेवलेपमेंट सेंटर में स्टूडेंट्स नेशनल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल से मान्यता प्राप्त कोर्स कर सकेंगे। साइंस, कॉमर्स, ड्राइंग एंड पें¨टग, संस्कृत जैसे सब्जेक्ट के साथ योगा, फैशन और डिजाइ¨नग समेत ऐसे अन्य कोर्स को शामिल किया गया है जो स्टूडेंट्स को इम्प्लायमेंट से जोड़ेंगे। साइंस और मैथ्स के अलावा ¨हदी, इंग्लिश और हिस्ट्री जैसे आर्ट साइड के सब्जेक्ट को खासतौर पर स्किल डेवलेपमेंट सेंटर से जोड़ा गया है।

आर्ट साइड के स्टूडेंट्स को भी जॉब

प्रिंसिपल डॉ। अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आर्ट साइड के स्टूडेंट्स को भी जॉब आसानी मिल सके इसलिए बीए के तीन वर्षीय सिलेबस में उन्हें स्किल डेवलेपमेंट के सिलेबस का प्रयोगात्मक व कंपनियों में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वह उन मनपसंद सब्जेक्ट का सेलेक्शन कर सकेंगे जिसमें वह स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हैं अथवा नौकरी करने की ख्वाहिश रखते हैं। कॉलेज में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के करीब 13 हजार स्टूडेंट्स स्टडी कर रहे हैं।

आर्ट साइड के स्टूडेंट्स को भी जॉब आसानी मिल सके, इसलिए बीए के तीन वर्षीय सिलेबस में स्किल डेवलेपमेंट भी शामिल किया जाएगा। प्रैक्टिकल वर्क के साथ कंपनियों में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

डॉ। अमित कुमार श्रीवास्तव, प्रिंसिपल

Posted By: Inextlive