बलवंत प्रकरण की जांच कर रही कन्नौज की एसआईटी टीम शिवली थाने शुक्रवार को पहुंची. यहां पर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए कि आखिर घटना के दिन निलंबित थानाप्रभारी राजेश कुमार ङ्क्षसह कितने बजे आए व गए. इसके अलावा जीडी पर रवानगी व आमद भी देखी गई. टीम गांव भी गई व स्वजन से जानकारी ली.

कानपुर (ब्यूरो) छह दिसंबर को सरैया लालपुर के सर्राफ चंद्रभान ङ्क्षसह को बाइक सवार तीन लुटेरों ने करीब चार लाख की लूट की थी। मामले में शिवली थाने में मुकदमा हुआ था और जांच चल रही थी। तीन आरोपित पकड़े गए थे जिनके बयान के बाद बीते सोमवार को चंद्रभान के भतीजे बलवंत ङ्क्षसह को शिवली पुलिस व एसओजी टीम ने उठाया था और रनियां थाने में रखा था। इसके बाद बेरहमी से पिटाई की गई थी। इससे देररात बलवंत की मौत हो गई थी।

11 पुलिसकर्मी हुए निलंबित
हत्या का मुकदमा किया गया था व एसओजी टीम समेत 11 पुलिसकर्मी निलंबित हुए थे। रविवार को रनियां पुलिस ने निलंबित हेड कांस्टेबल अनूप कुमार को गिरफ्तार किया जिसे देरशाम को जेल भेज दिया गया। वहीं इससे पहले निलंबित एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, हेड कांस्टेबल सोनू यादव, दुर्वेश कुमार और अनूप कुमार पकड़े जा चुके हैं। जांच कर रही एसआईटी के सदस्य शिवली थाने पहुंचे।

12 दिसंबर की फुटेज देखी
यहां पर सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और 12 दिसंबर की फुटेज को देखा गया। शाम को बलवंत को उठाया गया था व रनियां में रखा गया था। उसके बाद शिवली के उस समय के इंस्पेक्टर राजेश कुमार ङ्क्षसह कितने बजे तक मौजूद रहे व कब गए इसे जांचा गया। जीडी पर भी थाने आने व रवानगी का समय देखा गया। टीम इसके बाद गांव गई व स्वजन से कुछ सवाल जवाब कर जानकारी ली कि वह रनियां जब गए थे तो क्या माहौल था व पुलिसकर्मी कौन कौन थे। शाम को टीम गांव से रवाना हो गई।

Posted By: Inextlive