जलकल विभाग में आने वाली शिकायतों के समाधान के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है. बुधवार को कमिश्नर डा. राज शेखर ने जलकल विभाग में आने वाली शिकायत के नंबर पर कॉल करके क्रास चेेक किया तो फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया. फोन पर शिकायतकर्ता आनन्द रस्तोगी ने कमिश्नर से कहा कि सीवर से सम्बन्धित शिकायत की थी समस्या पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. ऑनलाइन रिपोर्ट लगा दी गई कि शिकायत का समाधान कर दिया गया है. मामले में जिम्मेदार जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं.


कानपुर (ब्यूरो) दरअसल, बुधवार को कमिश्नर ने जलकल विभाग का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कंट्रोल रूम में एक कर्मचारी ओम प्रकाश, बेलदार ही मौजूद मिला। कंट्रोल रूम में 18 अप्रैल को जलभराव और सीवरभराव की 6 शिकायतें आईं। जिस पर कमिश्नर ने दो शिकायतकर्ताओं को खुद फोन किया। दोनों ने ही शिकायत पर कोई सुनवाई न होना बताया। कमिश्नर ने संबंधित जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि व एई को लिखित चेतावनी देने के निर्देश दिए हैं।

गैरहाजिर इम्प्लाइज का कटेगा वेतन
कमिश्नर के निरीक्षण में 38 कर्मचारियों में से 4 बिना बताए गैरहाजिर मिले। एई जोन-4 एसके गुप्ता, जेई पूनम गुप्ता और सुशील मौर्या बिना कारण गैरहाजिर थे। सभी का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अब फील्ड पर जाने से पहले मूवमेंट रजिस्टर पर पूरी डिटेल भरनी होगी, जलकल में आने वाली शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण करने के लिए कमिश्नर ने जलकल जीएम नीरज गौड़ को क्विक रिस्पांस टीम का गठन करने के लिए कहा है।

Posted By: Inextlive