बिजली चोरी वाले डिवीजनों में पुराने मीटर्स को बदलकर 4-जी स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है लेकिन समस्या ये है कि सिंगल फेज मीटर तो इन डिवीजनों की जरूरत से अधिक आ गए जबकि थ्री फेज मीटर एक भी नहीं आए हैं. जिससे मीटर बदलने का काम प्रभावित हैं. यही वजह है कि नए कनेक्शन में 4-जी स्मार्ट मीटर के बगैर अन्य डिस्कॉम से उधार मंगाए गए मीटर लगाने पड़ रहे हैं जिनको बाद में बदलना पड़ेगा.

कानपुर (ब्यूरो) सिटी में सबसे अधिक बिजली चोरी जरीबचौकी, कोपरगंज आलूमंडी और बिजलीघर परेड डिवीजन में होती है। इन डिवीजन में तकरीबन 99 हजार कन्ज्यूमर हैं। बिजली चोरी रोकने के लिए इन डिवीजनों में पुराने मीटर हटाकर उनकी जगह 2जी स्मार्ट मीटर लगाने का काम 2 वर्ष पहले शुरू किया गया था। 68 हजार से अधिक 2जी स्मार्ट मीटर लगा दिए गए थे, लेकिन जन्माष्टमी की रात पूर्वांचल के कई जिले अंधेरे में डूब गए थे। इस वजह से सीएम ने टूजी स्मार्ट मीटर लगाने पर तत्काल रोक लगा दी गई थी। इसके अलावा इन मीटर्स में कनेक्टिविटी की भी बड़ी समस्या थी। इस बीच सिटी में 1.07 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगा दिए गए थे।

तीनों डिवीजन प्राथमिकता पर
इधर सेंट्रल गवर्नमेंट के फोरजी स्मार्ट मीटर लांच किए। जिसके बाद प्रदेश में स्मार्ट मीटर पर लगी रोक हटाई गई। अब केस्को एरिया में 4जी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसमें भी प्राथमिकता बिजली चोरी के लिए बदनाम आलूमंडी, जरीबचौकी व बिजलीघर परेड डिवीजन है। सभी बचे हुए 30 हजार से अधिक पुराने मीटर्स की जगह 4जी स्मार्ट लगाने का काम शुरू कर दिया है। हालाकि अभी केवल सिंगल फेज 4 जी स्मार्ट मीटर ही लगाए जा रहे हैं, लेकिन थ्री फेज 4जी स्मार्ट मीटर न आने की वजह से ऐसे कन्ज्यूमर्स के एक भी मीटर नहीं बदले जा सके।

फिर से बदलना पड़ेगा
सिटी में हर महीने 4 हजार से अधिक नए कनेक्शन के लिए आवेदन होते हैं। इनमें खासी संख्या थ्री फेज कनेक्शन की होती है। लेकिन केस्को के पास 4जी स्मार्ट मीटर न होने की वजह से दक्षिणांचल, मध्यांचल या अन्य डिस्कॉम से उधार लिए गए मीटर लगाने पड़ रहे हैं। आगे चलकर इन मीटर्स की जगह 4जी स्मार्ट लगाना पड़ेगा। इससे कन्ज्यूमर्स को बिल सही कराने आदि को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। केस्को के चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल ने बताया कि अभी 40 हजार से अधिक 4जी स्मार्ट आए हैं, लेकिन ये सभी सिंगल फेज हैं। 9 हजार से अधिक फोर जी स्मार्ट मीटर की डिमांड की गई है। जिससे लाइनलॉस वाले तीनों डिवीजनों में लगे पुराने सभी पुराने मीटर हटाए जा सके।

डिवीजन की संख्या--3
डिवीजन का नाम-- जरीबचौकी, आलूमंडी, बिजलीघर परेड
कन्ज्यूमर-- 99303
फस्र्ट फेज में मीटर बदले गए-- 64318
सेकेंड फेज में बदले गए मीटर-- 4172
सिंगल फेज मीटर बदलना बाकी-- 21305
थ्री फेज मीटर बदलना बाकी-- 9508

- 1.56 लाख 2जी स्मार्ट मीटर लगने थे पहले चरण में
-- 1.07 लाख स्मार्ट मीटर लगने के बाद लगी थी रोक
-- 40 हजार से अधिक 4जी स्मार्ट मीटर केस्को में आए

Posted By: Inextlive