50 हजार डेली पैसेंजर्स की उम्मीदों को झटका
- कोविड पेशेंट्स का ग्राफ बढ़ने से लोकल ट्रेनों के दिसंबर से शुरू करने के प्लान को रेलवे बोर्ड ने किया कैंसिल
KANPUR: ट्रेनों के डेली पैसेंजर्स को फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। कोरोना के चलते करीब 8 महीनों से बंद चल रहीं लोकल ट्रेनों के दिसंबर से फिर शुरू होने की उम्मीदों को झटका लगा है। कोविड पेशेंट्स के फिर से बढ़ते ग्राफ को देखते हुए रेलवे ने लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू करने के निर्णय पर फिलहाल रोक लगा दी है। स्टूडेंट्स हो रहे परेशानकानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि लोकल ट्रेनें न चलने से सबसे बड़ी समस्या स्टूडेंट्स और आसपास के शहरों में प्राइवेट जॉब करने वालों को हो रही है। लगभग 50 हजार डेली पैसेंजर्स एमएसटी बनवाकर लखनऊ, इलाहाबाद, इटावा समेत अन्य रूटों में अप-डाउन करते रहते हैं। लेकिन, ट्रेनें बंद होने से इनकी आधी कमाई किराए पर ही खर्च हो रही है। इसके चलते एमएसटी होल्डर्स ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को लेटर भेजकर लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू करने का आग्रह किया था।
बंद हो सकती हैं स्पेशल ट्रेनेंरेलवे आफिसर्स के मुताबिक, फेस्टिव सीजन में ट्रेनों में पैसेंजर्स बढ़ गए थे। लेकिन, दिल्ली में कोविड के केस बढ़ने से दिल्ली रूट की ट्रेनों में पैसेंजर्स की संख्या में 30 से 40 परसेंट तक कमी आई है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी बंद किया जा सकता है।
डेली पैसेंजर्स की समस्या को देखते हुए दिसंबर से कानपुर से कुछ रूटों पर एक-दो लोकल ट्रेन शुरू करने की प्लानिंग चल रही थी लेकिन कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए वह संभव नहीं है। केशव त्रिपाठी, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन