कहा जाता है कि प्रतिभा को सुविधाओं की दरकार नहीं होती. वह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी खुद को निखरकर सबके समाने आ जाती है. कुछ ऐसा ही कारनामा बीएनएसडी शिक्षा निकेतन की माही साहू ने कर दिखाया है. इन्होंने 12वीं में 95.4 परसेंट माक्र्स लाकर सिटी में 5वीं रैैंक पाई है. इनके पिता सुशील कुमार साहू शिकंजी का ठेला लगाकर परिवार को भरण पोषण करते हैैं. बेटी की इस सक्सेस पर फादर ने इमोशनल होकर बेटी को भरी आंखों से गले लगाया. इनकी मदर अंजू साहू हाउस वाइफ हैैं.

कानपुर (ब्यूरो) माही के पास स्टडी करने के लिए कोई स्पेशल रूम नहीं है। घंटाघर में किराए के एक कमरे में मदर फादर और छोटे भाई के साथ रहकर इन्होंने डेली लाइफ के साथ साथ स्टडी करके इस सक्सेस को पाया है। बताया कि वह स्टडी को डेली रूटिन बनाकर करती थी। यह फ्यूचर में फैमिली की फाइनेंशियल क्राइसेस को दूर करके मदर फादर को एक मकान और कार गिफ्ट करना चाहती हैैं।

स्कूल ने माफ की फीस, बनेेगी इंजीनियर
माही की प्रतिभा को देखते हुए स्कूल ने इनकी फीस को माफ कर रखा था। घंटाघर से स्कूल तक के सफर को यह साइकिल से तय करती थीं। बताया कि जेईई मेंस का एग्जाम दिया है। यह आईआईटी से बीटेक करके इंजीनियर बनना चाहती हैैं।

परचून दुकानदार की बेटी ने 10वीं में पाए 93.8 परसेंट माक्र्स
मकड़ीखेड़ा में परचून की दुकान चलाने वाले राहुल कनौजिया की बेटी मुस्कान ने 10वीं में 93.8 परसेंट माक्र्स पाए हैैं। यह अशोक नगर के कुमारी उद्यान गल्र्स इंटर कॉलेज की स्टूडेंट हैैं। बताया कि डेली मार्निँग और नाइट में टाइम फिक्स करके स्टडी करके इन माक्र्स को पाया है। यह फ्यूचर डॉक्टर बनना चाहती हैैं।

Posted By: Inextlive