'सेक्सी' विज्ञापन पर प्रतिबंध
ब्रिटेन के कुछ अखबारों में छपे विज्ञापनों के बारे में पाठकों की शिकायत थी कि वे अश्लील हैं और उनमें महिलाओं को उत्पाद की तरह दिखाया गया है।
देश में विज्ञापनों पर नज़र रखने वाली संस्था 'एडवर्टाइज़िंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी' को इस बारे में 17 शिकायतें मिली थीं। अथॉरिटी का कहना है कि इन विज्ञापनों के प्रदर्शन से समस्या खड़ी हो सकती थी।'9.99 पाउंड की यात्रा में ये सब'रायनएयर के विज्ञापन में महिलाओं को ब्रा और पैंट में दर्शाया गया था और उत्तेजक शीर्षक के साथ ये बताने की कोशिश की गई थी कि 9.99 पाउंड की एकतरफा विमान यात्रा में ये सब भी देखने को मिलेगा।हालांकि विमानन कंपनी रायनएयर का दावा था कि चालक दल के सदस्यों ने स्वेच्छा से इसमें हिस्सा लेने की सहमति जताई थी इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि इसमें महिलाओं को उत्पाद की तरह दिखाने का प्रयास किया गया था।
एयरलाइन ने कहा है कि चालक दल के सदस्यों ने एक कैलेंडर तैयार किया था, विज्ञापन में उसे ही प्रमोट किया गया है और तस्वीरें वहीं से ली गई हैं। रायनएयर के ये विज्ञापन द गार्डियन, द इंडिपेंडेंट और द डेली टेलीग्राफ अख़बारों में छपे थे।रायनएयर का तर्क है, ''महिलाओं और पुरुषों की इस तरह की तस्वीरें प्राय: मीडिया में छपती रहती हैं इसलिए इन विज्ञापनों को सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए आपत्तिजनक या अनुचित नहीं ठहराया जा सकता.''
हालांकि एएसए का निष्कर्ष है कि विज्ञापन में महिला की स्थिति और उसकी भाव भंगिमा को अगर शीर्षक के साथ मिलाकर देखा जाए तो यही संदेश जाता है कि विमान के चालक दल में शामिल महिलाएं यात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं जो कि विज्ञापन संहिता का उल्लंघन है।विज्ञापन नियामक संस्था का कहना है, ''हमें लगा कि एक राष्ट्रीय अखबार में छपने के बाद इन विज्ञापनों पर काफी आपत्ति जताई जा सकती थी.'' अथॉरिटी ने ये भी निर्देश दिया है कि ये विज्ञापन दोबारा नहीं छपने चाहिए।