सीएसजेएमयू के इंस्टीट््यूट आफ फाइन आट््र्स और राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ की ओर से राष्ट्रीय ढोकरा मूर्तिशिल्प वर्कशॉप के तीसरे दिन प्रतिभागियों ने शिल्प का इस्तेमाल करके मूर्तियां बनाईं. ट्रेनर संदीप साकरे ने बताया कि विद्यार्थियों ने जो मूर्तियां बनाई हैं टयूजडे को उन्हेंं पकाया जाएगा.


कानपुर (ब्यूरो) आर्गनाइजर डॉ.बृजेश कटियार ने बताया कि छात्र शिखर कश्यप ने हिरण की आकृति बनाई है तो जालंधर से आए छात्र श्याम ङ्क्षसह रावत ने प्रकृति पर आत्मनिर्भर आकृति का सृजन किया है। रीता ने गृहणी की आकृति और मोना ङ्क्षसह ने मोर की आकृति बनाई। ऐश्वर्या, आकाश, अमन, मंदीप ङ्क्षसह, राजू विलियम ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। 24 फरवरी को सभी छात्रों की ओर से बनाए गए शिल्प का प्रदर्शन होगा। इस दौरान संयोजक अजय कुमार, डा। लोकेश्वर ङ्क्षसह, राज कुमार ङ्क्षसह, पूनम पाल, शोभित गंगवार, कुलदीप सरोज मौजूद रहे।

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