स्कॉट सिपाहियों के मोबाइल में होगी क्रिमिनल्स की 'कुंडली'
- वीआईपी ट्रेनों में तैनात रहने वाले स्कॉट सिपाहियों के पास लुटेरे व चोरों का पूरा रिकॉर्ड होगा
- राजधानी समेत वीआईपी कोचेस में चोरी की घटनाएं बढ़ने की वजह से रेलवे ने लिया फैसला KANPUR। राजधानी समेत वीआईपी ट्रेनें व एसी कोचों में बढ़ने वाली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जीआरपी व आरपीएफ ऑफिसर्स ने ठोस कदम उठाए हैं। अफसरों ने ट्रेन में सुरक्षा के लिए तैनात किए जाने वाले स्कॉट सिपाहियों के मोबाइल में शातिर क्रिमनल्स की हिस्ट्री उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। जिससे स्कॉट सिपाही ट्रेन में जर्नी करने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान क्रिमिनल डाटा के जरिए आसानी से कर सकते हैं। एसी कोचों में पूरी निगाहजीआरपी आफिसर्स के मुताबिक राजधानी समेत वीआईपी ट्रेनें व एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेनों के एसी कोचों में चोरी की घटनाओं का ग्राफ बीते सालों से बढ़ा है। नई प्लानिंग के तहत वीआईपी ट्रेनें व एसी कोचों में अधिक नजर रखने के आदेश दिए गए है। वहीं एसी कोचों में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को स्कॉट सिपाही सतर्कता बरतने के प्रति अवेयर भी करेंगे।
ब्भ् ट्रेनों में कानपुर से चढ़ता स्कॉटजीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि दिल्ली-हावड़ा रूट की ब्भ् ट्रेनों में कानपुर से स्कॉट चढ़ता है। कुछ ट्रेनों में आरपीएफ का स्कॉट भी चलता है। उन्होंने बताया कि उन ट्रेनों में स्कॉट जरूर रखा जाता है। जिनमें क्राइम का ग्राफ अधिक है।
पकड़े गए अपराधियों का डाटा सेव आरपीएफ आफिसर्स के मुताबिक डाटा बेस में एनसीआर जोन के अंतर्गत जीआरपी व आरपीएफ में पकड़े गए चोरो, लुटेरों व अन्य गंभीर क्राइम करने वाले क्रिमिनल्स का डाटा सेव किया गया है। जिसको स्कॉट ड्यूटी करने वाले सिपाहियों के मोबाइल में शेयर किया गया है। सोर्सेस के मुताबिक इस डाटा में फ्00 से अधिक शातिर क्रिमिनल्स की फोटो, नाम, पता व क्राइम का पूरा विवरण हैं। आंकड़े - फ्00 से अधिक शातिर अपराधियों का डाटा कलेक्ट किया गया - ब्भ् से अधिक ट्रेनों में चलता जीआरपी का स्कॉट - क्ख् से अधिक ट्रेनों में आरपीएफ का स्कॉट चलता है - म्0 जोड़ी ट्रेनों का संचालन वर्तमान में हो रहा - फ्00 से अधिक ट्रेनों का संचालन नार्मल दिनों में होता था। हाल में हुई घटनाएं - हावड़ा राजधानी में डेढ़ माह पूर्व चोरी हुई थी - पटना राजधानी में दो माह पूर्व बिहार के सांसद की पत्नी का पर्स चोरी हुआ- एक माह पूर्व शताब्दी से एक पैसेंजर का लैपटॉप चोरी हुआ
- हावड़ा राजधानी में क्क् दिसंबर को लेडीज का पर्स समेत ज्वैलरी चोरी हुई - गोरखपुर-एलटीटी एक्सप्रेस में क्9 दिसंबर को पैसेंजर का लगेज चोरी हुआ '' सीनियर आफिसर्स के आदेशानुसार यह प्लानिंग ट्रेनों में होने वाले अपराध पर अंकुश लगाने के लिए तैयार की गई है। क्रिमिनल हिस्ट्री डाटा के जरिए क्रिमिनल्स को पकड़ा जा सकता है। राम मोहन राय, जीआरपी इंस्पेक्टर, सेंट्रल स्टेशन