स्कूल्स तैयार, बच्चों का इंतजार
- करीब 7 महीने से बंद शहर के स्कूल्स मंडे से फिर हो रहे हैं अनलॉक, कोविड से बचने को किए गए पूरे इंतजाम
- स्कूल प्रशासन का कहना, पेरेंट्स निश्चिंत होकर बच्चों को स्कूल भेजें, ज्यादातर पेरेंट्स ने भी दी अपनी सहमतिKANPUR: कोविड महामारी के कारण करीब 7 महीने से बंद पड़े स्कूल 19 अक्टूबर यानी मंडे से फिर से अनलॉक हो रहे हैं। पेरेंट्स की कंसेंट स्कूल भेजने को लेकर पहले कम थी। लेकिन जैसे-जैसे स्कूल खुलने के दिन पास आ रहे हैं। पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने की कंसेंट देने लगे हैं। इससे स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल और स्टाफ के चेहरों की रौनक फिर से लौटने लगी है। दरअसल, इन लोगों का लंबे अंतराल के बाद स्टूडेंट्स से मिलना होगा। हालांकि कुछ पेरेंट्स हैं जो सेफ्टी का हवाला देकर घर पर ही ऑनलाइन क्लास चाहते हैं। स्कूलों के प्रशासन का कहना है कि स्कूल में संक्रमण से बचाव के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। पेरेंट्स निंश्चिंत होकर अपने बच्चों को स्कूल भेज सकते हैं।
नर्सिग की ट्रेंड स्टूडेंट करेंगी हेल्पस्कूलों में किसी भी प्रकार की मेडिकल हेल्प के लिए एक नर्स भी मौजूद रहेगी। स्कूल खुलने वाले दिन से यह नर्स अवेलेवल होंगी। एक क्लास रूम को मेडिकल रूम के रूप में कन्वर्ट किया गया है। जहां बेड अवलेबल होंगे। हल्की परेशानी होने पर ऑनलाइन हेल्प भी डॉक्टर्स से मिल जाएगी। बच्चों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
''70 परसेंट पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार है। उन्होंने कंसेंट दे दी है। स्टूडेंट्स को संक्रमण से बचाने के एडमिनिस्ट्रेशन की गाइडलाइन के हिसाब से पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। क्लासरूम की जगह हाल में स्टडी होगी। सोशल डिस्टेंसिंग न टूटे इसके लिए मॉनिटरिंग की जाएगी। मेडिकल रूम में बेड भी अवलेवल होंगे.'' सौरभ द्विवेदी, गार्डेनिया पब्लिक स्कूल ''पेरेंट्स की कंसेंट मिल रही है। हालांकि नवरात्रि की वजह से इसमें विलंब हो रहा है। मंडे सुबह 8.30 बजे तक जिन बच्चों के पेरेंट्स की कंसेंट मिलेगी। उन्हें एंट्री दी जाएगी। संक्रमण से बचाने के लिए इंतजाम किए गए है। सोशल डिस्टेंसिंग न टूटे इसके लिए स्टाफ को जिम्मेदारी दी गई है। सैनेटाइजर मशीनें और हैंडवॉश उपलब्ध रहेगा.'' एसएसएन मिश्रा, प्रिंसिपल, सुभाष पब्लिक स्कूल स्कूलों के लिए शासन की गाइडलाइन - रखना होगा स्कूल में सैनेटाइजेशन एंव पल्स ऑक्सोमीटर - लेनी होगा स्टूडेंट के स्कूल आने से पहले पेरेंट्स की लिखित परमिशन - कोविड-19 केस के लिए स्कूल को नहीं ठहराएंगे जिम्मेदार।- दो शिफ्ट में तीन घंटे चलेगी क्लास
-स्कूल खोलने या ना खोलने का डिसिजन स्कूल प्रशासन का होगा
- 9 से 12 वीं क्लास के अलावा बाकी क्लासेज ऑनलाइन जारी रहेंगी -स्कूल में एंट्री और एग्जिट अलग-अलग होगा - बिना सैनेटाइज और थर्मल स्क्रीनिंग के नहीं मिलेगी एंट्री -स्टूडेंट सीधे अपने क्लास रूम में जाएंगे और वहीं रहेंगे - एक बार में एक ही स्टूडेंट बाहर जा सकेगा - स्टूडेंट अपना पीने का पानी लेकर आएंगे और उसे शेयर नहीं करेंगे - एक क्लास रूम में केवल 20 स्टूडेंट रहेंगे - बुक्स, कॉपी या स्टेशनरी का सामान स्टूडेंट शेयर नहीं करेंगे - स्कूल कैंपस में नहीं घूम सकेंगे स्टूडेंट - टीचर रेग्युलर क्लास की रिकॉर्डिग करें ताकि जो स्टूडेंट घर पर हो वो उसे देख सकें - कैंपस में साइकिल लेकर ही आएंगे स्टूडेंट।