डाकघर में घोटाला, 5 लाख की चेक को बनाया 50 लाख की
- चीफ पोस्टमास्टर ने सहायक पोस्टमास्टर, सहायक डाक और ट्रेजरार को सस्पेंड किया
- किसान विकास पत्र में हुई थी गड़बड़ी, विभागीय कर्मचारियों की भूमिका हो रही जांच >kanpur@inext.co.in KANPUR : बड़ा चौराहा स्थित बड़े पोस्ट ऑफिस में जांच के दौरान एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। किसान विकास पत्र में गड़बड़ी कर लाखों का खेल कर दिया गया। जांच के दौरान पता चला है कि पांच लाख रुपये की चेक पास हुई थी, लेकिन बाद में फर्जीवाड़ा कर उस चेक को 50 लाख रुपए की बना दी गई। यह किसने किया अभी इसकी जांच चल रही है। फिलहाल मुख्य पोस्टमास्टर ने सहायक पोस्टमास्टर, सहायक डाक और ट्रेजरार को सस्पेंड कर दिया है। इस घोटाले के पीछे कौनभारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना किसान विकास पत्र सिर्फ डाकघर में ही उपलब्ध है। पिछले दिनों एक युवक ने एजेंट के माध्यम से पांच लाख रुपये की चेक इस योजना के अंतर्गत जमा किया था, लेकिन बाद में उसी चेक पर पांच की जगह 50 लाख रुपए दर्ज हो गया। ये काम किसने किया फिलहाल किसी को नहीं पता है। डाक सहायक विनीत शाह पर आरोप है कि उन्होंने बिना जांच पड़ताल के ही चेक समेत पत्रावली सहायक पोस्टमास्टर सतीश गौड़ के पास भेज दी। उन्होंने भी पत्रावली या चेक नहीं देखा और फाइल आगे ट्रेजरार अशोक के पास भेज दी। अशोक ने जब चेक आगे बढ़ाई तो उच्चाधिकारियों ने मामले को पकड़ लिया। जांच की तो पता चला कि कागजों में जमा राशि पांच लाख रुपये दिखाई गई है, लेकिन चेक में 50 लाख लिखा हुआ है।
कर्मचारियों की गड़बड़ी आई सामने सीनियर ऑफिसर्स की ओर से जांच कराई गई तो विभागीय कर्मचारियों की गड़बड़ी पकड़ में आई। इस पर मुख्य पोस्ट मास्टर ने सहायक पोस्टमास्टर, सहायक डाक और ट्रेजरार को सस्पेंड कर दिया है। पांच लाख का चेक 50 लाख का कैसे हुआ, मुख्य पोस्ट मास्टर ने इसकी जांच कराने के लिए अब जांच अधिकारी नामित किया गया है। वहीं डाकघर के सीनियर कर्मचारियों की माने तो चेक रिसीव करने वालों को बचाया जा रहा है। पूर्व कर्मचारियों को भी इस मामले में बचाने का खेल शुरू कर दिया गया है। (बाक्स बनाएं) 124 माह से दोगुने होते हैं रुपए किसान विकास पत्र योजना के अंतर्गत जमा होने वाला धन 124 माह के लिए फिक्स किया जाता है। इस समय अंतराल के बाद यह रकम दोगुनी हो जाती है। इस योजना का लाभ कोई भी व्यक्ति उठा सकता है। ----------------किसान विकास पत्र योजना में तीन कर्मचारियों ने गड़बड़ी की थी। उनको निलंबित कर दिया गया है। तीनों की भूमिका की जांच कराई जा रही है।
- मनोज श्रीवास्तव, मुख्य पोस्टमास्टर, प्रधान डाकघर