एसआई भर्ती परीक्षा में बने थे साल्वर, एसटीएफ ने दो दबोचे
कानपुर (ब्यूरो) पकड़े गए युवकों के नाम शिशुपाल प्रसाद निवासी थाना बेंत जिला नालन्दा और अर्जुन प्रसाद निवासी बिसुनिया थाना गढ़वार जिला बलिया हैं। निरीक्षक शैलेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि भर्ती परीक्षा अंतिम चरण में है। बिहार का सॉल्वर गैंग अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा में सेंधमारी का प्रयास कर रहे हैं। दस्तावेजों और इलेक्ट्रानिक वेरीफिकेशन में धोखाधड़ी कर अभ्यर्थी को उत्तीर्ण कराया जा रहा है। गुरुवार को 37वीं वाहनी पीएसपी में फिजिकल परीक्षा थी। दोनों ने धोखाधड़ी करके परीक्षा पास की और अब वापस लौट रहे थे।
सभी परीक्षाएं कीं पास
पूछताछ में शिशुपाल ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान राहुल नाम के व्यक्ति से सम्पर्क हुआ था। जिसने रुपयों का लालच देकर सॉल्वर बनने का आफर दिया। जिसके बाद वह अर्जुन प्रसाद (वास्तविक अभ्यर्थी) की जगह पुलिस भर्ती परीक्षा में सम्मिलित हुआ। 16 नवंबर 2021 को ऑनलाइन लखनऊ सेंटर में परीक्षा दी थी। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद पांच मई को प्रयागराज पुलिस लाइन में दस्तावेज सत्यापन में अर्जुन की जगह वह शामिल हुआ। 19 मई को 37वीं वाहनी पीएसी में फिजिकल टेस्ट में शामिल हु़आ। उसका चेस्ट नम्बर 0781 था।
तैयारी के दौरान आया संपर्क में
शिशुपाल ने बताया कि अर्जुन को परीक्षा पास कराने के बदले सात लाख रुपये मिलने थे। बीस हजार प्राप्त हो चुके थे। बाकी रकम परक्षा प्रक्रिया पूरी होने पर मिलनी थी। मूल अभ्यर्थी अर्जुन प्रसाद ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान उसकी मुलाकात हनुमानगंज निवासी विक्की से हुई। विक्की ने उसे राहुल का नंबर दिया। वह दो साल से राहुल के संपर्क में था। राहुल ने ही दरोगा की भर्ती में आसानी से नियुक्ति का भरोसा दिलाया था। आरोपियों के पास से एसटीएफ ने कूटचरित आधार कार्ड, तीन एटीएर्म, परीक्षा एवं पैसों के ट्रांसजेक्शन संबंधी आठ प्रपत्र, दो मोबाइल फोन और 1120 रुपये बरामद किए हैं।