दोनों को 12 दिन की रिमांड पर ले लिया है. मंगलवार को एटीएस के विशेष न्यायाधीश अनुरोध मिश्रा ने रिमांड अर्जी मंजूर की है. एटीएस दोनों आतंकियों से पूछताछ में कश्मीर समेत कई राज्यों का कनेक्शन तलाशेगी. वहीं कानपुर से गिरफ्तार आतंकी सैफुल्ला के मोबाइल से लादेन समेत अन्य आतंकियों के सौ से ज्यादा वीडियो मिले हैं. वहीं फतेहपुर स्थित उसके घर की तलाशी में कुछ मैप और ऐसे दस्तावेज मिले हैैं जिनसे सैफुल्ला के आतंकियों से जुड़े होने पुष्टि हो रही है. कुछ ऑन लाइन मैसेज कोड में मिले हैैं. जिसे डिकोड करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है.

कानपुर (ब्यूरो) एटीएस लखनऊ यूनिट ने 12 अगस्त को सहारनपुर से आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया था। उससे मिले इनपुट के आधार पर फतेहपुर निवासी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले अरेस्ट कर लिया। रविवार को उसे एटीएस की विशेष कोर्ट लखनऊ में पेश करने के बाद जेल भेजा गया था। मंगलवार को एटीएस ने कोर्ट में अर्जी देकर नदीम और हबीबुल की कस्टडी रिमांड मांगी। कोर्ट ने अर्जी पर सुनवाई करने के बाद 12 दिन की रिमांड मंजूर कर दी है। बुधवार को एटीएस ने दोनों आतंकियों को रिमांड पर ले लिया है। अब दोनों को गोपनीय जगह रखकर पूछताछ की जाएगी।

फॉरेंसिक लैब भेजा मोबाइल
एटीएस ने हबीबुल के पास बरामद मोबाइल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा था। दरअसल मोबाइल में तमाम मैसेज मिले हैैं, जिन्हें डिकोड करना है। गुरुवार तक उसकी रिपोर्ट आने की संभावना है। उससे कई अहम खुलासे हो सकते हैं। मोबाइल से आतंकी के नेटवर्क समेत अन्य बड़े खुलासे होने की संभावना है। एटीएस की एक विशेष टीम पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।

लादेन को मानता है आदर्श
फतेहपुर से गिरफ्तार आतंकी हबीबुल के पास एक मोबाइल और उसी की आईडी पर लिया गया सिम मिला था। वह वर्चुअल आईडी इस्तेमाल करता था, इसके बाद भी एटीएस के राडार पर आ गया और एटीएस ने उसे दबोच लिया। जांच के दौरान उसके मोबाइल से ओसामा बिन लादेन समेत अन्य आतंकियों के सौ से अधिक वीडियो मिले हैं।

गुजरात और महाराष्ट्र कनेक्शन?
एटीएस की तफ्तीश में सामने आया है कि हबीबुल और नदीम का कश्मीर के अलावा झारखंड, गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों के संपर्क में था। आखिर ये लोग कौन थे? उनके संपर्क में क्यों था? इन सब बिंदुओं पर एटीएस जांच कर रही है। इन सब बिंदुओं पर जांच कर रही एटीएस रिमांड के दौरान हबीबुल व नदीम से पूछताछ करेगी।

सैफुल्ला के करीबी जांच के घेरे में
सैफुल्ला की आतंकी गतिविधियों का कनेक्शन एटीएस खंगाल रही है। सैय्यदबाड़ा स्थित आवास में आतंकी के कमरे से एटीएस को डायरी, मैप समेत अन्य दस्तावेज मिले है। एजेंसी को ये पता चला कि आतंकी पिछले दो साल से इन गतिविधियों से जुड़ा था। आठ दिन पहले पिता को भी ये मालूम हो गया था कि उनका बेटा गलत रास्ते पर चला गया है। नुपुर शर्मा पर हमले की बात सुनकर और जेहादी वीडियो देखने के बाद पिता ने बेटे का मोबाइल फोन तोड़ दिया था। जांच में एजेंसियां ये देख रही है कि सैफुल्ला का किससे जुड़ाव रहा? मतांतरण को लेकर भी इसकी गतिविधियां तलाशी जा रही है। परिजनों समेत दोस्त व अन्य कई चेहरे जांच के दायरे में आ गए हैं।

भगाने के बाद भी घर आता था
सैफुुल्ला के एक दोस्त ने बताया कि पिता के घर से भगाने के बाद भी उसका घर आना-जाना बना रहा। वह पिता के सामने नहीं आता था। वह सैय्यदबाड़ा, आबूनगर, रेडइया आदि मोहल्लों के कुछ दोस्तों के यहां रुकता था। दोस्तों को भी वह अपने बारे में कुछ बताता नहीं था। वह काले रंग का एक बड़ा बैग अपने पास रखता था और ज्यादातर समय मोबाइल फोन चलाने में देता रहा।

सैफुल्ला मेरे लिए मर गया
आतंकी के शिक्षक पिता बेटे सैफुल्ला की हरकत से शर्मसार हैं। एटीएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि सैफुल्ला मेरे लिए मर गया है। अब मेरे तीन ही बेटे हैं। उन्होंने कहा कि वह सपने में भी नहीं सोच सकते कि उनका बेटा आतंकी गतिविधियों से जुड़ गया है। ये जरूर रहा कि वह मोबाइल फोन पर दिन भर लगा रहता था और पढ़ाई में मन नहीं लगाता था, इसी बात को लेकर घर से भगाया था।

Posted By: Inextlive