ङ्क्षहदू मुस्लिम एकता के प्रतीक संदलपुर कस्बे में सब्दलशाह बाबा की मजार पर बलियापुर निवासी यादव परिवार के सदस्यों द्वारा चादरपोशी संग 15 दिवसीय मेले का शुभारंभ फ्राइडे से हो गया. इसमें आसपास के ग्रामीण जुटे.

कानपुर (ब्यूरो)। ङ्क्षहदू मुस्लिम एकता के प्रतीक संदलपुर कस्बे में सब्दलशाह बाबा की मजार पर बलियापुर निवासी यादव परिवार के सदस्यों द्वारा चादरपोशी संग 15 दिवसीय मेले का शुभारंभ फ्राइडे से हो गया। इसमें आसपास के ग्रामीण जुटे।

यादव परिवार में जन्मे थे

संदलपुर कस्बे में सब्दलशाह बाबा की मजार है। कहते हैं कि सब्दलशाह बाबा बलियापुर के यादव परिवार में जन्मे थे और मुस्लिमों के लिए युद्ध किया था। इसके चलते सब्दलशाह बाबा की मजार ङ्क्षहदू व मुस्लिम दोनों के लिए आस्था का प्रतीक है बजार के पास ही प्रत्येक वर्ष अगहन मास के अंतिम जुमा से 15 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार भी अगहन मास के अंतिम जुमा शुक्रवार से परंपरा के अनुसार सब्दलशाह बाबा की मजार पर उनके वंशज कहे जाने वाले बलियापुर के यादव परिवार के वीरेंद्र व अन्य द्वारा सुबह पांच बजे चादरपोशी कर मेले का शुभारंभ किया.बाद में मजार पर लोगों का तांता लगा रहा। मान्यता है कि सब्दलशाह बाबा की मजार पर मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। यहां दूरदराज से लोग आकर के मन्नत मानते हैं। मेले में खिलौने, खानपान व महिलाओं के परिधान बर्तनों आदि की दुकानें भी सज गई हैं। ङ्क्षहदू मुस्लिम मेला कमेटी के अध्यक्ष जलीश अहमद ने बताया की मेले कि शुरुआत हो गई है। एक दिन उर्स और एक सप्ताह तक चलने वाली रासलीला की तिथि घोषित की जानी है।

Posted By: Inextlive