मुन्नाभाइयों के खेल पर आरटीओ ने मांगी रिपोर्ट
- पनकी के ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर अप्लीकेंट की जगह मुन्नाभाई के टेस्ट देने का मामला
- ड्राइविंग टेस्ट के लिए गाड़ी मुहैया कराने के नाम पर भी मुन्नाभाई गैंग अप्लीकेंट से वसूलता है 'फीस'KANPUR। पनकी स्थित आरटीओ के ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट पास कराने के लिए मुन्नाभाइयों का गैंग एक्टिव है। बीते 10 दिनों में तीन मुन्नाभाई पकड़े गए हैं जो अप्लीकेंट की जगह खुद ड्राइविंग टेस्ट दे रहे थे। डीजे आई नेक्स्ट में यह खबर पब्लिश होते ही आरटीओ अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। आरटीओ प्रशासन ने एआरटीओ से पूरे मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है। वहीं यह भी सामने आया कि मुन्नाभाई गैंग डीएल अप्लीकेंट को ड्राइविंग टेस्ट पास कराने के साथ ही किराए पर गाड़ी मुहैया कराने के नाम पर वसूली करते हैं। जो अप्लीकेंट बाइक व एलएमवी का एक साथ परमानेंट डीएल बनवाने के लिए पहुंचते हैं उन्हें ड्राइविंग टेस्ट के लिए बाइक या फिर कार एक वाहन किराए में लेना जरूरत बन जाती है। इसी का फायदा मुन्नाभाई उठाते हैं।
150 में बाइक 300 में कारआरटीओ के एक अधिकारी ने नाम न छापने का भरोसा दिलाने पर बताया कि टेस्टिंग ट्रैक परिसर के बाहर अप्लीकेंट को बाइक 150 व कार 300 रुपए में किराए में दी जाती है। एलएमवी 'फोर व्हीलर' का टेस्ट देने वाला अप्लीकेंट अगर लग्जरी बड़ी कार लेकर पहुंचा है तो उसे दूसरी छोटी कार किराए में लेनी पड़ती है। क्योंकि लग्जरी कार से टेस्ट देने में 99 परसेंट लोग फेल हो जाते हैं। टेस्टिंग ट्रैक में सक्रिय मुन्नाभाई के गैंग के साथ आरटीओ ऑफिस के कुछ कर्मचारियों की भी मिलीभगत है।
आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। एआरटीओ प्रशासन से मामले की जांच रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलते ही दोषियों पर एक्शन लिया जाएगा। संजय सिंह, आरटीओ प्रशासन