वीएसएसडी कॉलेज की स्थापना के शताब्दी समारोह में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें मुख्य अतिथि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रहे. कॉलेज की प्रबंध समिति की ओर से बैरिस्टर नरेंद्र सिंह के जीवन पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन संघ प्रमुख ने किया. उन्होंने स्टूडेंट्स के जीवन में गुरु का महत्व और शिक्षा की उपयोगिता के बारे में बताया. अवसर पर 74 पूर्व शिक्षकों और 73 पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया गया. वीएसएसडी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव वीरेंद्र जीत सिंह ने संघ प्रमुख को शाल ओढ़ा कर अखंड भारत की तस्वीर भेंट की.


कानपुर (ब्यूरो) 100वीं वर्षगांठ मना रहे कॉलेज के प्रबंधन समिति ने कॉलेज के पूर्व 74 टीचर्स का सम्मान किया। समाज में अपने-अपने क्षेत्रों में सेवा करने वाले 73 पूर्व छात्रों का भी सम्मान किया गया। इन छात्रों में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस, वैज्ञानिक, डॉक्टर, वकील, समाजसेवी, सांसद और विधायक हैं। मुख्य रूप से भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार, सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक नीलिमा कटियार, फर्रुखाबाद के विधायक सुनील दत्त द्विवेदी आदि भी सम्मानित किए गए।1921 में शुरू हुआ कॉलेज का सफर
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। बिपिन चंद्र कौशिक ने बताया कि 1921 में सनातन धर्म कॉलेज ऑफ कॉमर्स के रूप में कॉलेज की स्थापना की गई थी। शुरुआत में तीन टीचर्स और 13 स्टूडेंट्स के साथ सिर्फ कामर्स विषय पढ़ाया जाता था। वर्तमान में 150 प्रोफेसर और करीब 6 हजार छात्र-छात्राएं है। कॉलेज को वर्ष 2009 और 16 में एनएएसी की ओर से एक रेट दिया जा चुका है।

Posted By: Inextlive