हैलट एवं संबद्ध अस्पतालों के इंटेंसिव केयर यूनिट आईसीयू आपरेशन थियेटर ओटी और वार्डों में जल्द ही रोबोट फ्यूमिगेशन करते नजर आएंगे. मंगलवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में रोबोट का डिमांस्ट्रेशन किया और उसकी खूबियां बताईं. मोबाइल फोन और टैबलेट पर एप डाउनलोड करके फ्यूमिगेशन के लिए जगह के हिसाब से प्रोग्राङ्क्षमग की जाएगी जिसके आधार पर रोबोट अपना कार्य करेगा.

कानपुर (ब्यूरो) मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 240 बेड का गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट््यूट (जीएसवीएसएस पीजीआई) बनकर तैयार है। इसके अलावा न्यूरो साइंस सेंटर, सर्जरी विभाग में आठ माड्यूलर ओटी, एलएलआर इमरजेंसी के ओटी काम्प्लेक्स और सर्जिकल, न्यूरो सर्जरी व मेडिसिन आईसीयू हैं। अभी तक अस्पताल में मैनुअल फ्यूमिगेशन होता है।

कोरोना काल में हुई परेशानी
कोरोना काल में फ्यूमिगेशन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सुरक्षा प्रोटोकाल अपनाने के बाद भी सफाई कर्मचारियों को फ्यूमिगेशन में काफी समस्या हुई। कई कर्मचारी संक्रमित भी हुए। इसे ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन ने रोबोट से फ्यूमिगेशन का निर्णय लिया है। इसलिए कंपनी को डिमांस्ट्रेशन के लिए बुलाया था। डिमांस्ट्रेशन के बाद कंपनी से प्रस्ताव भी मांगा है।

दस लाख रुपये का एक रोबोट
प्रमुख अधीक्षक प्रो। आरके मौर्या ने बताया कि 10 लाख रुपये में एक रोबोट मिलेगा। ये पूरी तरह से ऑटोमेटिक है। इसमें तीन कैमरे लगाए गए हैं। इसमें सेंसर लगे हैं। इसे मोबाइल फोन या टैबलेट पर एप डाउनलोड करके उसमें एरिया के हिसाब से प्रोग्राङ्क्षमग की जाएगी। उसके हिसाब से रोबोट फ्यूमिगेशन करता रहेगा। इसका प्रस्ताव प्राचार्य के माध्यम से शासन को भेजा गया है।

Posted By: Inextlive