इंतजाम ध्वस्त, पैसेंजर्स बेबस
- रक्षाबंधन पर एक्स्ट्रा बसों का इंतजाम करने में नाकाम साबित हुआ रोडवेज
- कोई भी बस आते ही पैसेंजर्स की भीड़ टूट पड़ी, कोविड प्रोटोकाल फेल KANPUR: रक्षाबंधन पर झक्करकटी बस अड्डे पर पैसेंजर्स की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ के आगे रोडवेज ऑफिसर्स के एक्स्ट्रा बसें, फेरे बढ़ाने आदि दावे फेल हो गए। बसों में घुसने को लेकर खींचतान और मारामारी तक हुई। जिसके चलते पुलिस तक मोर्चा संभालना पड़ा। देर शाम तक बस अड्डे पर पैसेंजर को हुजूम लगा रहा है। कई रूट की बसों के लिए पैसेंजर्स को घंटो इंतजार करना पड़ा। खास यह है कि बस अड्डे पर अव्यवस्था का आलम देखने वाला कोई अफसर नहीं रहा। सुबह से ही पैसेंजर्स की भीड़रक्षाबंधन पर गवर्नमेंट की तरफ से महिलाओं को फ्री सफर तोहफा दिया गया। रोडवेज ऑफिसर ने 50 एक्स्ट्रा बसें और फेर बढ़ाने आदि इंतजाम के दावे किए थे। संडे को सुबह से झकरकटी बस अड्डे पर पैसेंजर्स की भीड़ होने लगी। जिसके चलते बसें कम पड़ने लगी। यह देख सुबह 11 बजे तक प्रतिदिन चलने वाली बसों के साथ 16 एक्स्ट्रा बसें भी रवाना की गई। बावजूद इसके भीड़ कम नहीं हुई। इस दौरान इंक्वायरी में भी पैसेंजर्स को अपनी रूट की बसों के बारे में कोई ठीक जानकारी न मिलने से परेशानी और बढ़ गई।
खिड़कियों से भी घुसे पैसेंजर्स बस आती तो लोग उस ओर दौड़ पड़ते। गेट से जगह न मिली तो अंदर जाने के लिए खिड़कियों से घुस गए। बच्चों को भी खिड़कियों से बसों के अंदर भेजा गया। हालांकि पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए रोडवेज बसों ने बाकी एक्स्ट्रा बसें भीउतार दी। जिन शहरों के लिए अधिक यात्री थे बसों को उधर भेजा गया। फेरे भी बढ़ाए। हालांकि पैसेंजर्स का कहना था कि कई रूट की बसें तो घंटो बाद आईं। लोगों को इसके लिए परिवार समेत बस अड्डे पर लंबा इंतजार करना पड़ा। सबसे अधिक महिलाओं व बच्चों की भीड़ रही है। महिलाओं की सीट पर कब्जा वहीं लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, हरदोई, शाहजहांपुर रूट के पैसेंजर अधिक रहे। बसों में जगह न मिलने पर पैसेंजर्स ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। वहीं बसों के अंदर महिलाओं की सीट पर पुरुष पैसेंजर्स ने कब्जा कर लिया। तमाम महिलाएं इन हालातों में खड़ी रही। स्थिति अनकन्ट्रोल देख कर ट्राइवर-कंडक्टर ने बस अड्डे पर मौजूद पुलिसकर्मियों को बुला लिया। पुलिस ने आकर महिलाओं को सीट पर बैठे पुरुषों को डांट कर हटाया और महिलाओं को वहां सीट दिलाई।कोविड प्रोटोकाल तार-तार
बस अड्डे पर भारी भीड़ की वजह से कोविड प्रोटोकाल तार-तार हो गया। अधिकतर पैसेंजर्स मास्क तक नहीं लगाए थे। बस अड्डे पर न तो थर्मल चेकिंग और न ही सैनेटाइजर का इंतजाम रहा। बसें भी इतनी ठसाठस भरी थीं कि सोशल डिस्टेसिंग का कोई पालन ही नहीं हो सका।