रिचा दुबे की बेची गई प्रॉपर्टी सीज
कानपुर (ब्यूरो) शास्त्री नगर स्थित प्रॉपर्टी 185 वर्ग मीटर में है। इसे शास्त्री नगर निवासी गिरीश दयाल ने 2012 में विकास की पत्नी रिचा दुबे से खरीदा था। प्रशासन ने जांच में पाया की रिचा दुबे के नाम पर प्रॉपर्टी विकास दुबे ने ही खरीदी थी। मामले में गिरीश दयाल ने हाईकोर्ट का रुख किया लेकिन हाई कोर्ट ने कानपुर डीएम को मामले को निस्तारित करने के आदेश दिए। डीएम कोर्ट ने सील करने के आदेश दिए। जिसके बाद शनिवार को फैक्ट्री को सील कर दिया गया। फैक्ट्री मालिक गिरीश दयाल ने बताया कि प्रॉपर्टी को हमने चेनडीड देखकर ही खरीदा है। डीएम कोर्ट से हमें कल आदेश मिला और आज कार्रवाई कर दी गई है। ये पूरी तरह गलत है।
15 प्रॉपर्टी की जा चुकी सील
विकास दुबे की काली कमाई की सभी 15 प्रॉपर्टी सील की जा चुकी हैं। 4 महीने पहले भी शास्त्री नगर में एसडीएम बिल्हौर की टीम फैक्ट्री को सील करने पहुंची थी। 25 जून को प्रशासन ने कुर्क करने का नोटिस भी दिया था। इसके बाद प्रॉपर्टी मालिक गिरीश दयाल हाईकोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट के डायरेक्शन पर कार्रवाई की गई।
तहसीलदार बिल्हौर ने बताया कि डीएम कोर्ट के आदेश के मुताबिक फैक्ट्री को छोड़ कर सभी प्रॉपर्टी कुर्क करने की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। इनमें बिकरू, चौबेपुर, कानपुर देहात और लखनऊ में 13 अचल संपत्तियां तो बाकी 10 चल संपत्तियां हैं। लखनऊ और कानपुर देहात की प्रॉपर्टी समेत कुल 15 प्रॉपर्टी सील की जा चुकी हैं। मिर्जापुर, कल्याणपुर कलां स्थित 2 प्लॉट को भी कुर्क किया जा चुका है.ये प्रॉपर्टी कुर्क की जा चुकी हैं।
2.97 करोड़ की संपत्ति सीजइसके अलावा विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई की 2.97 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को पहले ही कुर्क किया जा चुका है। इसी के साथ ही विकास दुबे का करीबी जिलेदार सिंह की मिनी आटा चक्की, शिवली टाउन स्थित घर, सुज्जा नवादा गांव स्थित पैतृक मकान का आधा हिस्सा समेत करीब 40 लाख रुपए की चल और अचल संपत्ति को पहले ही जब्त किया जा चुका है। ये संपत्ति पहले जब्त हो चुकी
- 4 गाडिय़ां और 2 ट्रैक्टर ट्राली समेत
- बिकरू गांव स्थित पैतृक मकान
- लखनऊ का मकान
- गांव की 12 बीघा जमीन
- सकरवा की 13 बीघा जमीन
- शिवली गांव के मकान और दुकानें