रिसर्च से पैदा होते हैं नए मौके
कानपुर (ब्यूरो) ऑनलाइन प्रारुप में हुए इस प्रोग्राम में उन्होंने क्वालिटी रिसर्च के लिए प्रेरित किया। रिसर्च स्कॉलर्स को रिसर्च के लिए बेहतर माहौल बनाने के लिए हर संभव सहायता देने के लिए भी कहा। प्रो। पाठक ने कहा कि अच्छे शोध जर्नल और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में शोधार्थियों की भागीदारी के लिए यूनिवर्सिटी स्तर पर हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
पीएचडी के महत्व को समझायाविज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड, नई दिल्ली के सचिव मुख्य अतिथि प्रो। संदीप वर्मा ने एक सफल वैज्ञानिक के करियर को आकार देने में पीएचडी के महत्व को समझाया और रिसर्च स्कॉलर्स के करियर के अवसरों को बताया। उन्होंने विभिन्न संगठनों के बीच सहयोगात्मक अनुसंधान के महत्व पर जोर भी दिया। विशिष्ट अतिथि प्रो। आलोक धवन ने स्टूडेंट्स को संचार कौशल और लेखन कौशल पर जानकारी दी।
रिसर्च के बारे मेें बताया
भारतीय भाषा केंद्र के प्रो। सुधीर प्रताप सिंह ने भी रिसर्च की बारीकियां एवं विषयों के बारे में बताया। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के डॉ। नीरज कुमार सिंह ने साहित्य अवलोकन के बारे में बताया। साथ ही साहित्यिक चोरी जैसे गंभीर विषय एवं शोध के नैतिक पक्ष की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रो। वर्षा गुप्ता, डॉ। आरवी श्रीहर्ष, डॉ श्वेता पांडे, डॉ। मोहित आहूजा मौजूद रहे।