उर्सला हॉस्पिटल में पेट संबंधित दिक्कतों और एक्सीडेंटल पेशेंट के लिए एक राहत भरी खबर है.


कानपुर (ब्यूरो)। उर्सला हॉस्पिटल में पेट संबंधित दिक्कतों और एक्सीडेंटल पेशेंट के लिए एक राहत भरी खबर है। इन पेशेंट््स को अब अल्ट्रासाउंड व डिजिटल एक्सरे कराने के लिए लंबी लाइनों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा लंबी वेटिंग की समस्या भी खत्म होगी। इमरजेंसी में आने वाले पेशेंट का अब रात में भी अल्ट्रासाउंड व एक्सरे हो सकेगा। वर्तमान में रात में इमरजेंसी में आने वाले पेशेंट को भी जांच के लिए सुबह तक इंतजार करना पड़ता है। डेली 100 से अधिक पेशेंट
उर्सला हॉस्पिटल में पेट संबंधित बीमारियों की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड की दो मशीनें है। एक्सरे के लिए एक मैनुअल और एक डिजिटल एक्सरे मशीन स्थापित है। प्रतिदिन करीब सौ पेशेंट अल्ट्रासाउंड और लगभग दो सौ पेशेंट एक्सरे कराने पहुंचते है। ऐसे में अभी पेशेंट को अल्ट्रासाउंड और एक्सरे कराने के लिए लंबी लाइनों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी नंबर को लेकर पेशेंट व हेल्थ डिपार्टमेंट के स्टाफ के बीच नोकझोक तक हो जाती है। वहीं, पेशेंट की संख्या अधिक होने पर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए वेटिंग भी रहती है। तब पेशेंट को नंबर देकर अगले दिन बुलाया जाता है।एक से दो महीने में समस्या हल


उर्सला हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ। एचडी अग्रवाल ने एक्सरे व अल्ट्रासाउंड कराने में पेशेंट््स को होने वाली समस्या को देखते हुए शासन को लेटर लिखा है। समस्या को बताते हुए एक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक पोर्टेबल डिजिटल एक्सरे और एक 800 एमए डिजिटल एक्सरे मशीन की मांग की है, ताकि पेशेंट को जांच कराने के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होनें बताया कि संभावना जताई जा रही है कि एक दो माह में समस्या का समाधान हो जाएगा। सुबह तक नहीं करना होगा इंतजारउर्सला हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ। फैसल नफीस ने बताया कि अल्ट्रासाउंड व पोर्टेबल डिजिटिल एक्सरे मशीन मिलने पर इमरजेंसी में आने वाले पेशेंट को काफी लाभ मिलेगा। उनको रात में भी अल्ट्रासाउंड और एक्सरे की सुविधा मिल सकेगी। एक पोर्टेबल डिजिटल मशीन इमरजेंसी और दूसरी एक्सरे मशीन ओपीडी बिल्डिंग में स्थापित की जाएगी। अल्ट्रासाउंड मशीन अपने ही कक्ष में लगेगी। बता दें कि एक मशीन पुरानी होने की वजह से उससे जांच रिपोर्ट की क्वालिटी कभी-कभी गड़बड़ आती है। पेशेंट को दोबारा जांच कराने की जरूरत पड़ती है।

हॉस्पिटल में डीएनबी कोर्स की सुविधा है। ओपीडी व इमरजेंसी में भी कई पेशेंट जांच के लिए आते है। इसलिए शासन से एक अल्ट्रासाउंड मशीन और दो डिजिटल एक्सरे मशीन की मांग की है। मशीनों के आने पर रात में भी जांच होगी। डॉ.एचडी अग्रवाल, डायरेक्टर, उर्सला हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive