सीबीएसई स्टूडेंट्स की बढ़ेगी तार्किक क्षमता
- कोडिंग और डाटा साइंस की पढ़ाई अपने स्टूडेंट्स को कराएगा सीबीएसई
- रीजनिंग एबिलिटी को बढ़ाने के लिए इस फैसले पर बोर्ड की लगी मुहर - 12 घंटे के स्किल माड्यूल पर शामिल किए जाएंगे दोनों सब्जेक्ट - 06 क्लास से 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को दी जाएगी कोडिंग की जानकारी -08 वीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक के छात्रों को डाटा साइंस पढ़ाया जाएगा KANPUR: सीबीएसई लगातार अपने स्टूडेंट्स की स्किल डेवलप करने के लिए प्रयासरत रहता है। इसके लिए नए फैसले लिए जाते हैं। अब सीबीएसई ने एक बड़ा फैसला किया है। स्टूडेंट्स की तार्किक क्षमता बढ़ाए जाएगी। सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं इसी सेशन से को¨डग व डाटा साइंस की पढ़ाई कर सकेंगे। सर्कु लरजारी, स्किल होगी डेवलपबोर्ड के निदेशक (स्किल एवं ट्रे¨नग) डॉ.बिस्वजीत साहा की ओर से इस संबंध में सर्कु लर जारी कर दिया गया। हालांकि, उक्त दोनों नए सिलेबस की पढ़ाई उन स्कूलों में कराई जाएगी, जहां स्किल बेस्ड सब्जेक्ट की पढ़ाई होती है। बिठूर रोड स्थित गुरुनानक माडर्न स्कूल के एकेडमिक इंचार्ज विवेक अवस्थी ने बताया कि सीबीएसई के इस फैसले से हजारों स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा। अब वह, स्किल आधारित विषयों में इन विषयों की पढ़ाई भी कर सकेंगे।
किसे पढ़ाएंगे डाटा साइंस
सीबीएसई की ओर से जो सर्कुलर जारी किया गया, उसके मुताबिक को¨डग व डाटा साइंस को 12 घंटे के स्किल माड्यूल के आधार पर पढ़ाया जाएगा। को¨डग की जानकारी छठवीं से लेकर 12वीं के छात्रों को दी जाएगी, जबकि डाटा साइंस आठवीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
सीबीएसई का यह फैसला सराहनीय है। निश्चित तौर पर इस निर्णय से छात्रों को लाभ मिलेगा। वह दो नए विषयों की अब पढ़ाई कर सकेंगे। पुनीता कपूर, प्रिंसिपल, डीपीएस आजाद नगर