नो एंट्री में फंसा 27 लाख लोगों का राशन
- एफसीआई गोदाम से गेहूं और चावल राशनिंग आफिस के गोदाम तक नहीं पहुंच पा रहा
- नरौना चौराहे पर हुई दुर्घटना के बाद हैवी व्हीकल के प्रति सख्त हुआ ट्रैफिक विभागKANPUR। सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट राशन कार्ड धारकों को कोरोना काल में फ्री राशन मुहैया का रही है। सिटी में नोएंट्री के पेंच की वजह से लाखों लोगों का राशन फंस गया है। एफसीआई गोदाम से गेहूं लादकर राशनिंग आफिस स्थित गोदाम जा रहे ट्रक ने नरौना चौराहे के पास बाइक सवार मां-बेटे को रौंद दिया था। इस घटना के बाद से ट्रैफिक डिपार्टमेंट सख्त हो गया है। एफसीआई गोदाम से अभी तक एक भी राशन का ट्रक राशनिंग आफिस के गोदाम नहीं पहुंचा है। जिसकी वजह से राशन कोटेदार को भी राशन वितरण करने के लिए मुहैया नहीं हुआ है। यहीं कारण है कि सिटी में जुलाई मंथ का दूसरा वितरण 20 जुलाई से शुरू हो जाना चाहिए था और फ्राइडे तक कोटेदारों को ही राशन नहीं मिल पाया है।
27 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकजिला आपूर्ति अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया की कानुपर में 27.61 लाख राशन कार्ड धारक है। 22 जुलाई तक महज 1.38 लाख लोगों को ही राशन मिल पाया है। सिटी में टोटल 1473 राशन दुकानें है। जिनमें अभी भी 440 दुकानों में ही राशन का वितरण हो सकता है। उन्होंने बताया की दोपहर 12 से 2 के बीच नोएंट्री खुलती है। इस दो घंटे में राशन की लोडिंग व अनलोडिंग कर कोटेदार की दुकान में पहुंचाना मुश्किल हैं।
प्रशासन व ट्रैफिक नहीं निकाल पा रही विकल्प सिटी में सुबह 9 से 11, दोपहर 1 से 2 और शाम को 5 से रात 9 बजे तक संपूर्ण रूप से नोएंट्री है। इस दौरान वह ट्रक भी सिटी में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। जिनको ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने एंट्री पास जारी किया है। नोएंट्री टाइमिंग को देखा जाए तो एफसीआई गोदाम से राशनिंग आफिस व वहां से कोटेदार की दुकानों में राशन पहुंचाने के लिए सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक व दोपहर में 2 से शाम 5 बजे का ही टाइम मिलता है। जिसमें ट्रक से लोडिंग व अनलोडिंग करा कोटेदार तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। इसका विकल्प प्रशासनिक व ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारी भी नहीं निकाल पा रहे हैं।