चकेरी-इटावा नेशनल हाईवे में तो लगातार पैचवर्क व अन्य मेंटीनेंस वर्क हो रहे हैं लेकिन खस्ताहाल रामादेवी-जाजमऊ फ्लाईओवर की सुध नहीं ली जा रही थी। जिसकी वजह से रोजाना यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। रफ रोड और गड््ढों के कारण हादसे होने के साथ ट्रैफिक जाम भी लगता है। लेकिन जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी।

कानपुर (ब्यूरो)। चकेरी-इटावा नेशनल हाईवे में तो लगातार पैचवर्क व अन्य मेंटीनेंस वर्क हो रहे हैं, लेकिन खस्ताहाल रामादेवी-जाजमऊ फ्लाईओवर की सुध नहीं ली जा रही थी। जिसकी वजह से रोजाना यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। रफ रोड और गड््ढों के कारण हादसे होने के साथ ट्रैफिक जाम भी लगता है। लेकिन, जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी। एनएचएआई की कानपुर डिवीजन 7.6 करोड़ रुपए से रामादेवी से जाजमऊ तक हाईवे रोड को चमकाएगा। इसके लिए टेंडर भी कॉल कर लिए गए हैं।

5 किलोमीटर से अधिक।चकेरी-इटावा हाईवे वर्ष 2005-06 में बना था। तब जाजमऊ होते हुए लखनऊ जाने-आने के लिए रामादेवी चौराहा से ठीक पहले नौबस्ता साइड दोनों ओर स्लोप बना दिया गया था। नेशनल हाईवे बनने के बाद इटावा-चकेरी हाईवे पर तेजी से ट्रैफिक लोड बढ़ा। उन्नाव व लखनऊ जाने वाली गाडिय़ों की संख्या भी बढ़ गई। इससे रामादेवी चौराहा पर जाम की समस्या बढ़ गई थी। रामादेवी से जाजमऊ के बीच फ्लाईओवर बनाने की मांग की जाने लगी। जिससे उन्नाव व लखनऊ जाने वाली गाडिय़ां रामादेवी चौराहा की बजाए सीधे रामादेवी-जाजमऊ फ्लाईओवर से निकल जाएं। इसके लिए वर्ष 2015-16 में 5 किलोमीटर से अधिक लंबा फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ।

लाखों गाडिय़ां डेली गुजरतीं
रामादेवी-जाजमऊ हाईवे पर हर दिन लाखों की संख्या में रोडवेज बसें, कार, बाइक, ट्रक आदि गाडिय़ां गुजरती है । लोग इटावा-चकेरी एनएच से आकर इसी हाईवे के जरिए उन्नाव, लखनऊ आदि शहरों को जाते हैं। हर रोज लाखों की संख्या में गाडिय़ां गुजरने के बावजूद इसके प्रॉपर मेंटीनेंस का ध्यान नहीं दिया जा रहा था।

एनएचएआई के मुताबिक, इस सेक्शन की जिम्मेदारी संभाल रही कम्पनी की समयसीमा खत्म हो रही है, इसी वजह से मेंटीनेंस में प्रॉपर ध्यान नहीं दिया जा रहा था केवल खानापूरी की जा रही थी इसका खामियाजा रोड से गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है खस्ताहाल रोड के कारण इस हाईवे से सफर करने वालों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। रफ रोड गाडिय़ां खराब होने की वजह और जाम का कारण भी बन रही हैं। कई बार रोड एक्सीडेंट्स भी रफ रोड के कारण हुए हैं।
साइनेज भी लगेंगे
अब इस समस्या के हल की तैयारी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की कानपुर डिवीजन ने शुरू कर दी है। 5.46 किलोमीटर लंबी इस रोड की 7.64 करोड़ रुपए से सूरत बदलेगी। एनएचएआई के डिप्टी मैनेजर अर्जुन ढांगे ने बताया कि पहले गड्ढों पर पैचवर्क किया जाएगा। फिर नए सिरे से बिटुमिन लेयर बिछाई जाएगी। साइनेज, थर्मोप्लास्ट पेंटिंग आदि वर्क भी किए जाएंगे। एक साल तक कम्पनी मेंटीनेंस भी करेगी। इसके लिए टेंडर कॉल कर लिए गए है। 24 नवंबर टेंडर डालने की लास्ट डेट थी। 28 नवंबर को टेंडर ओपेन होंगे।

Posted By: Inextlive