जल‘जला’ रोकने के लिए ट्रांसफार्मर्स को प्रोटेक्शन
कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में ट्रांसफार्मर्स के जल&जले&य की गूंज यूपीपीसीएल तक पहुंच चुकी है। शायद इसी वजह से ट्रांसफार्मर्स का बर्नआउट होने से बचाने के लिए तेजी से उपाए किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में केस्को ट्रांसफार्मर्स के पास प्रोटेक्शन लगा रहा है। इनमें डीओ फ्यूज सेट, एयर सर्किट ब्रेकर व प्रोटेक्शन सर्किट शामिल है। केस्को ऑफिसर्स का दावा है कि इससे ट्रांसफार्मर्स के डैमेज होने की समस्या पर खासा अंकुश लगेगा। जिससे बीते साल की तरह गर्मियों में लाखों कानपुराइट्स को पसीना न बहाना पड़े. नोटिस के साथ सस्पेंशन सिटी में 7 हजार से अधिक डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। बावजूद इसके इस वर्ष अब तक 335 से अधिक ट्रांसफार्मर डैमेज हो चुके हैं। जो कि पिछले दो फाइनेंशियल ईयर में सबसे अधिक हैं। इसको लेकर केस्को एमडी ने सख्त रुख अपनाया हुआ है। फरवरी में भी पिछले पांच महीने की तुलना में अधिक ट्रांसफार्मर डैमेज हुए हैं। ट्रांसफार्मर डैमेज होने पर संबंधित इंजीनियर को नोटिस जारी करने के लिए सस्पेंशन जैसे कार्रवाई भी की जा रही है। वहीं मंडे को सिटी आए यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल ने डैमेज रेट जीरो लाने का निर्देश दिया है। इससे केस्को अफरातफरी मची हुई है. एक हजार से अधिक लगे केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने बताया कि ट्रांसफार्मर डैमेज होने से रोकने के आवश्यक उपाए किए जा रहे हैं। पिछली हिस्ट्री और जहां जैसी जरूरत व स्पेस के मुताबिक ट्रांसफार्मर्स में एलटी प्रोटेक्शन सर्किट, एयर सर्किट ब्रेकर और ड्राप आउट फ्यूज सेट लगाए जा रहे हैं। लगभग एक हजार ट्रांसफार्मर्स में एलटी प्रोटेक्शन सर्किट लग चुके हैं। अन्य में लगाने का काम चल रहा है। इसके साथ ही अन्य 3500 ट्रांसफार्मर में डीओ फ्यूज सेट भी लगाया जाएगा। काम शुरू हो चुका है। 60 से 70 एयर सर्किट ब्रेकर लगाए जाएंगे। ट्रांसफार्मर्स के प्रोटेक्शन के इन उपायों से ओवरलोडिंग, ओवर करंट, अनबैलेंस्ड आदि वजहों से ट्रांसफार्मर डैमेज नहीं होगा। ये प्रोटेक्शन फाल्ट को पहले ही रोक लेंगे। बॉक्स 29 परसेंट लाइनलॉस पर भडक़े चेयरमैन मंडे को स्काडा कन्ट्रोल रूम पहुंचे यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल का पारा हाई होने की वजह कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन का लाइनलॉस 29.48 परसेंट था। जो केस्को के सभी डिवीजन से अधिक था। केस्को का ओवरऑल टारगेट भी 8 परसेंट से कम है। शायद इसी वजह से चेयरमैन ने असिस्टेंट इंजीनियर को सस्पेंड करने के साथ कई ऑफिसर को चेतावनी दी है। उन्होंने कम रेवेन्यू वसूली पर भी नाराजगी जताई है। केस्को के चीफ इंजीनियर सुनील गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष फरवरी में 243 करोड़ रुपए रेवेंयू वसूली हुई थी, इस वर्ष फरवरी में अब तक 12 परसेंट कम रेवेन्यू मिला है। तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। --------------------