इलाज का देना होगा सबूत
- ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क से जुडे़े एलएलआर हॉस्पिटल में क्रिटिकल पेशेंट्स का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने की कवायद
ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क से जुडे़े एलएलआर हॉस्पिटल में क्रिटिकल पेशेंट्स का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने की कवायद KANPUR: kanpur@inext.co.inKANPUR: कोरोना पेशेंट्स की मौतों के मामले में कभी सबसे आगे रहे एलएलआर हॉस्पिटल के कोविड आईसीयू में अब कोरोना पेशेंट्स की रिकवरी का सबसे बेहतर रेट है। ऐसा होने की एक बड़ी वजह संसाधनों में इजाफा और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल है। क्रिटिकल हालत में आने वाले कोरोना के पेशेंट्स को बेहतर इलाज मिले इसके लिए यूपी के सभी प्रमुख कोविड अस्पतालों को ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क से जोड़ा गया। अब शासन की नजर कोविड आईसीयू में आने वाले एक एक मरीज पर है। उसके इलाज में किसी तरह की कमी न रहे। इसके लिए एक निश्चित अंतराल में रैंडम तरीके से पेशेंट्स की बीएचटी को शासन स्तर पर मंगाया जा रहा है। साथ ही पेशेंट्स के इलाज में क्या क्या हुआ इसकी पड़ताल भी हो रही है।
केजीएमयू की मददएलएलआर हॉस्पिटल के न्यूरो कोविड आईसीयू में भर्ती होने वाले क्रिटिकल पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क के जरिए केजीएमयू के डॉक्टर्स से भी कंसल्टेशन किया जाता है। हैलट के डॉक्टर्स केजीएमयू के डॉक्टर्स से पेशेंट्स की रिपोर्ट और जरूरी डिटेल्स केजीएमयू की फैकल्टी के साथ शेयर करते हैं। इलाज में किसी तरह का संशोधन या किसी दूसरी दवा के प्रयोग की सलाह पर वह इलाज भी मुहैया कराया जाता है। इसे बकायदा पेशेंट की बीएचटी में नोट भी किया जाता है।
भ्फ् परसेंट रिकवरी रेट न्यूरो कोविड आईसीयू में पेशेंट्स की रिकवरी का रेट भ्फ् परसेंट होने का दावा अस्पताल प्रशासन करता है। साथ ही यह भी दावा है कि इतना रिकवरी रेट एसजीपीजीआई या केजीएमयू के कोविड आईसीयू का भी नहीं है। यहां कोरेाना के क्रिटिकल पेश्ेांट्स के इलाज से जुड़े सभी हाईटेक संसाधन हैं। साथ ही सीनियर डॉक्टर्स की एक पूरी टीम क्रिटिकल पेश्ेांट्स के इलाज में जरूरी चीजों का ध्यान रखती है। यही नहीं अस्पताल के प्रमुख क्लीनिकल डॉक्टर्स के मोबाइल फोन पर आईसीयू की लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा भी है। ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क के जरिए क्रिटिकल कोरोना पेशेंट्स का केजीएमयू के डॉक्टर्स से भी कंसल्टेशन हो रहा है। शासन की ओर से इन पेश्ेांट्स के इलाज की जानकारी समय समय पर मांगी जाती है जिसे तत्काल मुहैया करा दिया जाता है।- डॉ। रिचा गिरि, वाइस प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज