फॉर्मूले से नुकसान में रहेंगे होनहार स्टूडेंट्स
- सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं क्लास का रिजल्ट तैयार करने को बनाया है फार्मूला
- प्रिंसिपल ने कहा कि जिन स्टूडेंट्स ने ठोस तैयारी की, उन्हें होगा नुकसान KANPUR: 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स का रिजल्ट तैयार करने का जो फार्मूला सीबीएसई बोर्ड ने बनाया है। उससे सेंट्रल स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को उतने अच्छे अंक नहीं मिल पाएंगे जितने की उम्मीद छात्र कर रहे थे। क्या होगी दिक्कत बोर्ड की ओर से बने फार्मूला में 10वीं व 11वीं क्लास के 30-30 परसेंट मार्क्स और 12वीं क्लास के 40 परसेंट मार्क्स शामिल किए जाएंगे। 12वीं क्लास के आंकलन में तो यूनिट टेस्ट, मिड-टर्म और प्री-बोर्ड के मार्क्स को आधार बनाया गया है। इससे तो छात्रों के रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। मगर, 11वीं क्लास में हुए सख्त मूल्यांकन के चलते स्टूडेंट्स का रिजल्ट प्रभावित हो सकता है। इस बात से छात्र भी ¨चतित हैं।11वीं में बोर्ड एग्जाम जैसे पेपर
सेंट्रल स्कूल आईआईटी के प्रिंसिपल के प्रिंसिपल आरएन वडालकर ने बताया कि लखनऊ संभाग से एफिलिएटेड 59 केवी में 11वीं क्लास की जो ईयरली एग्जाम कराए जाते हैं, वह बोर्ड पेपर जैसी होते हैं। इसके बाद जब छात्रों की कापियां जांची जाती हैं, तो उसमें मार्क्स को देने में कड़ाई की जाती है। छात्र ठोस तैयारी के बावजूद अधिक अंक हासिल नहीं कर पाते। इसके पीछे मकसद यह भी होता है, कि वह जब 12वीं में पहुंचे और पेपर दें तो उनका पूरा पाठ्यक्रम सटीक ढंग से तैयार हो।
31 जुलाई को आ सकता है रिजल्ट सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर बल¨वदर सिंह ने बताया कि बोर्ड की ओर से रिजल्ट बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। 31 जुलाई तक रिजल्ट जारी हो सकता है।