kanpur@inext.co.in kanpur : कानपुर में कोरोना का आउटब्रेक अप्रैल में तेजी से बढ़ा है. इससे पेशेंट्स की संख्या में तेजी से बढ़

- होमआइसोलेट कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन सि¨लडर जुटाने के लिए मनमानी कीमत चुकानी पड़ रही

-खपत ज्यादा होने से बढ़ी डिमांड, एक पेशेंट को 1100 लीटर तक लग रही ऑक्सीजन,

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KANPUR : कानपुर में कोरोना का आउटब्रेक अप्रैल में तेजी से बढ़ा है। इससे पेशेंट्स की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। ऑक्सीजन की बढ़ती डिमांड को देखकर ऑक्सीजन सप्लायर मोटा मुनाफा कमाने में जुट गए हैं। दरअसल, इस बार कोरोना के बदले स्ट्रेन में ज्यादातर पेशेंट्स को फेफड़ों के संक्रमण का सामना करना पड़ रहा है। इससे हॉस्पिटल से लेकर होमआइसोलेशन तक के मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। खपत ज्यादा होने से डिमांड बढ़ी है। और धीरे-धीरे ऑक्सीजन का संकट बढ़ता जा रहा है। होमआइसोलेट कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाने के लिए मनमानी कीमत अदा करनी पड़ रही है।

तीन गुने तक वसूल रहे

ऑक्सीजन सिलेंडर बेचने वाले ज्यादातर दुकानदार उनके पास सिलेंडर न होने का जवाब दे रहे हैं। पेशेंट की जान बचाने को परेशान लोग किसी भी कीमत पर सिलेंडर खरीदने को तैयार हो जाते हैं। जो जरूरतमंद मुंहमांगा पैसा देता है उन्हें ही सिलेंडर मिल पा रहा है। दरअसल होम आइसोलेट पेशेंट्स को डॉक्टर जो दवा की लिस्ट देते हैं उसमें ऑक्सीमीटर और इमरजेंसी के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रबंध रखने को कहा गया है। दो लीटर वाला जो सिलेंडर ख्भ्0 तक मिलता था वह अब छह से सात सौ में मिल रहा है। जंबो सिलेंडर ब्भ्0 से भ्भ्0 रुपया तक में मिलते थे उनके क्फ्00-क्ब्00 तक लिए जा रहे हैं।

अस्पतालों में सिलेंडर रिजर्व

हर अस्पताल में क्0 (बड़े) जंबो और ख्0 छोटे सिलेंडर हैं। हर पीएचसी में ख्भ् छोटे सिलेंडर हैं। डेली सप्लायर खाली सिलेंडर लेकर भरे दे रहे हैं। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि सीएचसी पर एवरेज तीन और पीएचसी पर एक सिलेंडर का खर्च है। इमरजेंसी में ही ऑक्सीजन का यूज होता है।

प्लांट से नहीं मिल रहे सिलेंडर

जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर के नौ अधिकृत विक्रेता हैं। जिनमें सात शहर में और दो शहर के बाहर हैं। सभी के पास सिलेंडर की शॉर्टेज है। उन्हें लखनऊ और शहर के प्लांट से सप्लाई मिलती है। अब वहां पहले कोविड हास्पिटल को सप्लाई दी जाती है उसके इन लोगों को मिलती है। ऑक्सीजन सप्लायर का कहना है कि एक दिन में क्भ् से अधिक सिलेंडर नहीं मिलते हैं। जबकि, कोविड के कारण डिमांड बढ़ी है।

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जिले में अभी आक्सीजन की कमी नहीं है। फिर भी इमरजेंसी के लिए जिले सभी नर्सिंग होम में दो-दो भरे जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर रिजर्व करा दिए हैं।

आलोक तिवारी, डीएम, कानपुर

सिलेंडर टाइप पहले रेट अब रेट

जंबो ब्भ्0-भ्भ्0 रु। क्फ्00- क्भ्00

दो लीटर वाला ख्भ्0 भ्00-700

मीडियम भ्00 800-क्000

नोट- रेट रुपए में हैं।

Posted By: Inextlive