आईएनएई के प्रेसीडेंट बने प्रो. मन्ना
-आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर रह चुके हैं प्रो। इंद्रानिल मान्ना, नियुक्तियों और रिसर्च पर दिया था जोर
KANPUR: देश के विकास में अहम सुझाव देने वाली आईएनएई(इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग) का नया प्रेसीडेंट आईआईटी कानपुर के पूर्व निदेशक प्रो। इंद्रानिल मन्ना को चुना गया है। यह देश का एकमात्र राष्ट्रीय इंजीनिय¨रग एवं अनुसंधान संस्थान है जबकि देश में साइंस की तीन एकेडमी हैं। प्रो। मन्ना वर्तमान में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानि बीआईटी डीम्ड यूनिवर्सिटी मेसरा रांची के वाइस चांसलर हैं। कॅरिअर डेवलमेंट सेल बनायाआईआईटी में अपने कार्यकाल के दौरान प्रोफेसर मान्ना का जोर रिसर्च वर्क पर रहा। पांच वर्ष तक उन्होंने इस संस्थान के निदेशक पद पर अपनी सेवाएं दीं। इस समय अंतराल में उन्होंने स्टूडेंट्स के लिए कॅरिअर डेवलमेंट सेल स्थापित किया। शैक्षिक गुणवत्ता व अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए करीब 150 असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर की उन्होंने नियुक्ति उनके कार्यकाल में हुई। उनके समय अंतराल में फैकल्टी की संख्या 400 के करीब पहुंच गई थी। आईआईटी खड़गपुर से पांच वर्ष की प्रतिनियुक्त पर वह बीआईटी के वीसी नियुक्त किए गए हैं।
इंजीनिय¨रग एक्सपटर् माना जाताउन्होंने बताया कि आईएनएई के फेलो को इंजीनिय¨रग एक्सपर्ट माना जाता है। आईएनएई का काम नई तकनीकी व इंजीनिय¨रग के बारे में बताना व उसके लाभ से सरकार को अवगत कराना है। देश की बड़ी बड़ी तकनीकी पॉलिसी के लिए यहां योजनाएं बनाई जाती हैं।