सरकारी हॉस्पिटल में चल रहा ‘प्राइवेट’ खेल
कानपुर(ब्यूरो)। हैलट अस्पताल में पेशेंट को बहला फुसला कर प्राइवेट नर्सिंग होम व पैथोलॉजी ले जाने का सिलसिला जारी है। खेल में कुछ सीनियर रेजीडेंट्स व डॉक्टर्स की संलिप्तता के कारण इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। संडे को वार्ड 7 में भर्ती पेशेंट का ब्लड सैम्पल लेते हुए एक प्राइवेट पैथोलॉजी के युवक को ईएमओ व अस्पताल में तैनात आर्मी के रिटायर्ड गार्ड ने पकड़ लिया। सूचना जीएसवीएम के प्रिंसिपल प्रो। डॉ। संजय काला को मिली तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए ईएमओ को आरोपी युवक को पुलिस के सुपुर्द करने का आदेश दिया। वहीं मामले की जांच करने के लिए विभागीय जांच के आदेश दिया है।
न्यूरो मेडिसीन की डॉक्टर का नाम
हैलट के वार्ड 7 में पकड़े गए युवक को जब सुरक्षा गार्ड व ईएमओ पकड़ कर हैलट पुलिस चौकी ले जा रहे थे। तभी कुछ लोग वहां पर वीडियो बना रहे थे। वीडियो में साफ सुनाई व दिखाई दे रहा है कि युवक न्यूरो मेडिसीन डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर का नाम लेकर उससे फोन पर बात करने की दलील दे रहा है। मामला प्रिंसिपल के संज्ञान में होने की वजह से किसी डॉक्टर की सामने आने की हिम्मत नहीं हुई। हैलट के बाहर है बड़ी पैथोलॉजी
इमरजेंसी मेडिकल आफिस के मुताबिक पकड़े गए युवक ने बताया कि वह अस्पताल के बाहर एक बड़ी प्राइवेट पैथोलॉजी में काम करता है। हैलट के कुछ सीनियर रेजीडेंट्स व डॉक्टर्स से उसकी पहचान है। जोकि वार्ड में भर्ती अपने पेशेंट की विभिन्न जांच करने के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी के युवक का नंबर देते हैं। पेशेंट के तीमारदार मजबूरी में उससे संपर्क कर मुंह-मांगा पैसा देकर ब्लड समेत अन्य जांचे कराते हैं। युवक के पास से बरामद चीजें - ब्लड सैम्पल लेने वाली खाली एम्पेल- एक दर्जन से अधिक ब्लड सैम्पल - यूरिन सैम्पल लेने वाली प्लास्टिक की डिब्बी - प्राइवेट पैथोलॉजी की पेमेंट रसीद - निडिल व सीरिंज ---------------------