आजादी का अमृत महोत्सव पूरे शहर में धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान जेल में दस बंदियों को सजा की निर्धारित अवधि पूरी होने से पहले ही आजाद कर दिया गया. शासन को जो सूची भेजी गई थी. उसी के अनुसार लखनऊ में बैठे अधिकारियों ने रिहा होने वाले बंदियों के नाम फाइनल किए. जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. बता दें अमृत महोत्सव पर शासन ने ऐसे बंदियों को रिहा करने का फैसला लिया था जो कोर्ट से मिली सजा की अवधि की 60 प्रतिशत सजा काट चुके हों.

कौन हुए जिला जेल से रिहा
- कल्याणपुर कला निवासी संजीव, 6 साल की सजा में 5.2 साल पूरे कर चुका था।
-रायपुरवा निवासी अजय कुमार, गैर इरादतन हत्या में 12 साल की सजा, 8.8 साल पूरे
- गाजियाबाद निवासी धर्मेन्द्र राय, डकैती में 10 साल सजा, 6.11 साल की सजा पूरी
- गढ़ेवा ककवन निवासी बृजकिशोर, हत्या के प्रयास में 10 साल सजा, 6.9 साल पूरे
-औरैया निवासी ज्ञान सिंह, जहर पिलाने के मामले में पांच साल की सजा, 3.4 साल पूरे
-पशुपति नगर निवासी मंगल, चोरी व अन्य धाराओं मेंं 6 साल की सजा, 3.6 साल पूरे
- नर्वल निवासी गोविंद कुमार, गैर इरादतन हत्या में 3.6 साल की सजा, 2.10 साल काट चुका
- जूही गढ़ा निवासी हरिओम उर्फ गोलू, लड़की भगा ले जाने में 5 साल सजा, 3.10 साल पूरे
- दाईपुरवा बिठूर निवासी पवन कुमार, गैंगस्टर एक्ट में 2.7 साल सजा, सजा की अवधि पूरी
- दरभंगा बिहार निवासी पिंटू, गैर इरादातन हत्या में तीन साल की सजा, 2.11 साल काट चुका

जिन अपराधियों ने कोर्ट से मिली सजा की 60 प्रतिशत या उससे ज्यादा अवधि जेल में पूरी कर ली थी, उनकी सूची शासन को भेजी गई थी। वहां से जिनकी रिहाई की सूची भेजी गई थी। उन्हें रिहा कर दिया गया है।

डॉ। बीडी पाण्डेय जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive