कानपुर देहात में राष्ट्रपति के पैतृक गांव परौंख में 3 जून को संभावित कार्यक्रम के चलते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री राज्यपाल पहुंच रहे हैं. जिसको लेकर राष्ट्रपति के पैतृक गांव में तैयारियां तेजी से चल रही हैं. तैयारियां इस समय अपने अंतिम दौर पर हैं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ा बंदोबस्त किया गया है. सभा स्थल को अभेद किले के रूप में तैयार किया जा रहा है. सुरक्षा का दायरा इतना सख्त है कि बगैर सुरक्षाकर्मियों की इजाजत के कोई भी व्यक्ति कहीं भी आ जा नहीं सकता है.

कानपुर (ब्यूरो) कानपुर देहात के परौंख के सभास्थल पर लगाए गए पंडाल में कोई भी इधर-उधर या खेतों से होकर सभास्थल स्थल तक नहीं पहुंच पाएगा। बीते साल कानपुर देहात पहुंचे राष्ट्रपति के आने से पहले सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देते हुए सभा स्थल पर बड़ी संख्या में आम लोग खेतों के रास्ते पहुंच गए थे। इसको देखते हुए भी प्रशासन पूरी तरीके से सख्त है। प्रशासन बल्लियों की बैरिकेडिंग से सभी रास्ते बंद कर रहा है। हर कोई सिर्फ अपने निर्धारित रास्ते से ही होकर सभास्थल पर पहुंचेगा।

सुरक्षा को लेकर हर पहलू पर नजर
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के एक साथ कानपुर देहात पहुंचने की सूचना मिलने के बाद से सुरक्षा को लेकर कोई चूक नहीं रखी जा रही है। हर एक पहलू पर अधिकारियों की नजर है। वहीं इस बार प्रशासन इसके लिए समुचित इंतजाम कर रहा है। पंडाल में प्रवेश के लिए अलग-अलग रास्ते तैयार किए जा रहे हैं।
अराजक तत्वों पर भी है कड़ी नजर
3 जून को संभावित दौरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन की नजर हर एक अराजक तत्वों के ऊपर है। पुलिस प्रशासन ऐसे व्यक्तियों को नजर बंद करने की तैयारियां कर रहा है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के 48 घंटे पूर्व अराजक तत्वों को पुलिस नजर बंद कर देगी। वहीं राष्ट्रपति के गांव में एलआईयू के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसी भी सतर्क हो गई हैं। हर एक व्यक्ति पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी नजर है। कार्यक्रम स्थल के आसपास रहने वालों की भी सुरक्षा एजेंसी पूरी जानकारी एकत्र कर रही है।

40 डॉक्टर संभालेंगे कमान
कानपुर देहात के परौंख में 3 जून को होने वाली जनसभा में मौजूद देश की प्रमुख हस्तियों के स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने 40 डाक्टर व 62 स्वास्थ्य कर्मियों को उपचाार की कमान सौंपी है। स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सीएमओ डा.एके सिंह को प्रमुख नोडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही एसीएमओ डा। एसएल वर्मा को कोविड प्रोटोकाल, डा.जीएस चौहान को राष्ट्रपति के सेफ हाउस, डा.राज किशोर को एबुंलेंस फ्लीट, डा.आशीष बाजपेई को प्रधानमंत्री के सेफ हाउस, डा.एपी वर्मा को राज्यपाल के सेफ हाउस व डा। शिवम तिवारी को मुख्यमंत्री के सेफ हाउस का नोडल बनाया गया है। डा.मोहन झा को एबुलेंस व्यवस्था का तथा आरटीपीसीआर जांच व हेल्प डेस्क के लिए डा। यतेंद्र शर्मा को नोडल बनाया गया है।

कार्यक्रम के दिन होगी कोरोना जांच
कार्यक्रम में जिन अधिकारियों, कर्मियों की ड्यूटी लग रही उनकी कोरोना की आरटीपीसीआर जांच जरूरी है। संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य विभाग तेजी से जांच कर रहा। मंगलवार को परौंख की अस्थायी चौकी पर एक स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई जो आरटीपीसीआर जांच करेगी। अपर सीएमओ डा। एसएल वर्मा ने बताया कि ड्यूटी पर लगे कर्मियों, कार्यक्रम में आने वाले जनप्रतिनिधि, वीआईपी व अन्य की कोरोना निगेटिव जांच होना जरूरी है। बिना इसके प्रवेश व कार्य में समस्या होगी। तीन जून को कार्यक्रम स्थल के पास भी एंटीजन किट से जांच की सुविधा रहेगी। ऐसे में समय रहते सभी लोग जांच करा लें यह अपील विभाग करता है।

अलर्ट रहने के निर्देश
कानपुर देहात में जहां राष्ट्रपति के गांव में होने वाली जनसभा स्थल पर व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है वहीं जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक को अलर्ट रहने के निर्देश हैं साथ ही साथ व्यवस्था ना चरमराए इसके लिए नोडल अधिकारी भी चयनित किए गए हैं। जिसमें जिला अस्पताल में सेफ वार्ड के लिए सीएमएस डा.वंदना सिंह, झींझक सीएचसी में सेफ वार्ड के लिए डा.जेपी सिंह, डा.शिरोमणि सिंह, डा.सुनीता, वासपुर में डा। आकाश कुमार सिंह, डा। केदारनाथ वर्मा, डा। अनुराधा तिवारी को 7-7 कर्मियों के साथ अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।

Posted By: Inextlive