फर्जी दस्तावेजों से केस्को में 32 सालों तक नौकरी करने के मामले में केस्को के तत्कालीन मीडिया प्रभारी ने दस महीने पहले स्वरूप नगर पुलिस ने कूटरचित दस्तावेजों से धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी.


कानपुर (ब्यूरो)। फर्जी दस्तावेजों से केस्को में 32 सालों तक नौकरी करने के मामले में केस्को के तत्कालीन मीडिया प्रभारी ने दस महीने पहले स्वरूप नगर पुलिस ने कूटरचित दस्तावेजों से धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ चार्जशीट लगाने की तैयारी कर ली है। आरोपी केस्को में रिटायर्ड पेंशनर आश्रित के तहत उनका बेटा बनकर नौकरी कर रहा था, जबकि वह उनका भतीजा था।1989 में ज्वाइन की
प्रतापगढ़ निवासी संतोष पुत्र दुलारे ने वर्ष 1989 में नौकरी ज्वाइन की थी। उसे रिटायर्ड पेंशनर आश्रित योजना के तहत नौकरी दी गयी थी जबकि उसका वास्तविक नाम अशोक कुमार यादव पुत्र शिवदुलारे हैं और वह दुलारे का सगा भतीजा है। जबकि दुलारे का जो वास्तविक बेटा संतोष दिव्यांग है। आरोपी ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बावजूद वास्तविक नाम छुपाने के लिये संतोष पुत्र दुलारे के नाम से दोनों परीक्षाएं दोबारा दी, जिसमें वह फेल भी हो गया। इतना ही नहीं उसने वास्तविक नाम छुपाने के लिये 1995 में इसी नाम से वोटर आईडी भी बनवाया।

Posted By: Inextlive