भीषण गर्मी के बीच भी सिटी में बिजली संकट से कानपुराइट्स परेशान हैं. शटडाउन ब्रेकडाउन के कारण दर्जनों बार बिजली जाती है. इसकी एक बड़ी वजह बिजली चोर भी साबित हो रहे हैं. जो कटिया मीटर बाईपास आदि के जरिए बिजलीचोरी कर रहे हैं. बिजली चोरी की वजह से फीडर व ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं और कंडक्टर टूटने और ट्रांसफॉर्मर जलने की लाइन लगी हुई है.

कानपुर(ब्यूरो)। भीषण गर्मी के बीच भी सिटी में बिजली संकट से कानपुराइट्स परेशान हैं। शटडाउन ब्रेकडाउन के कारण दर्जनों बार बिजली जाती है। इसकी एक बड़ी वजह बिजली चोर भी साबित हो रहे हैं। जो कटिया, मीटर बाईपास आदि के जरिए बिजलीचोरी कर रहे हैं। बिजली चोरी की वजह से फीडर व ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं और कंडक्टर टूटने और ट्रांसफॉर्मर जलने की लाइन लगी हुई है। आंकड़ों को देखें तो शहर को दी जाने वाली बिजली में एक चौथाई हिस्सा तो मुफ्तखोर डकार जाते हैं। अब केस्को को बिजली चोरी पर अंकुश लगाना होगा, वरना सेंट्रल गवर्नमेंट से मिली 614 करोड़ फाइनेंशियल हेल्प लोन में बदल जाएगी।


ये है नम्बर वन
एग्र्रीगेट टेक्निकल एंड कॉमर्शियल लॉस की बात करें तो कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन नंबर वन पर है। केस्को की रिपोर्ट के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में यहां का एटीसी लॉस लगभग 30 परसेंट रहा। इस डिवीजन के अंतर्गत चीना पार्क, अफीमकोठी, आलूमंडी और डिप्टी पड़ाव सबस्टेशन हैं। वहीं एटीसी लॉस के मामले में दूसरे नम्बर पर बिजलीघर परेड डिवीजन है। जहां फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में एटीसी लॉस 25.80 परसेंट हैं। इस डिवीजन के अंर्तगत मालरोड, साइकिल मार्केट, म्योर मिल, आरपीएच ओल्ड, जीआईसी और ग्वालटोली सबस्टेशन आते हैं। इसके बाद दहेली सुजानपुर, पराग डेयरी, हैरिसगंज, किदवई नगर आदि डिवीजन आते हैं।

ये मिला है टारगेट
सेंट्रल गवर्नमेंट रिवैम्प्ड स्कीम के अंर्तगत केस्को को लॉस घटाकर 8 परसेंट के करीब लाने के लिए 614 करोड़ की फाइनेंशियल हेल्प दे रहा है। हालांकि इसके साथ ही सेंट्रल गवर्नमेंट ने केस्को को लॉस रिडक्शन का टारगेट भी दिया है। केस्को के सभी डिवीजन को मिलाकर फाइनेंशियल ईयर 2024-25 तक 8 परसेंट के करीब लाना होगा। केस्को इम्प्लाइज के मुताबिक डिवीजनवाइज लॉस रिडक्शन के टारगेट में सबसे अधिक काम सबसे ज्यादा चोरी वाले आलूमंडी डिवीजन में करना होगा। क्योंकि यहां का एटीसी लॉस 29.23 से घटाकर 12.87 परसेंट तक लाने का टारगेट मिला है। इसी तरह एटीसी लॉस के मामले में दूसरे नम्बर वाले बिजलीघर परेड डिवीजन को तकरीबन 15 परसेंट तक लॉस घटाना होगा।

आसान नहीं है लक्ष्य पाना
इन इलाकों में लॉस कम करना केस्को के लिए आसान नहीं होगा। क्योंकि इन डिवीजनों में ज्यादातर घनी व मिश्रित आबादी वाले मोहल्ले हैं। जहां विरोध अधिक होता है। पहले से इन दोनों डिवीजनों के कई सबस्टेशन में अंडरग्र्राउंड केबल सप्लाई और स्मार्ट मीटर भी लगाए जा सके हैं। वहीं दूसरी ओर गुमटी और दादा नगर डिवीजन को स्टैंडर्ड टारगेट 8 परसेंट से भी एटीसी लॉस लाने का टारगेट दिया गया है। केस्को के चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल ने बताया कि एटीसी लॉस कम करने की पूरी प्लानिंग कर ली गई है। रेड के साथ ही स्मार्ट प्री पेड मीटर, अंडरग्र्राउंड केबल सप्लाई सहित एटीसी लॉस कम करने के अन्य उपाए किए जाएंगे।

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ये है एटीसी टारगेट
डिवीजन- मौजूदा लॉस- टारगेट (24-25)
आलूमंडी-- 29.23-- 12.87
बिजलीघर परेड--25.80--10.70
दहेली सुजानपुर-- 20.81-- 10.83
पराग डेयरी-- 20.21-- 8.06
हैरिसगंज-- 18.85--8.73
किदवई नगर-18.37--8.52
नौबस्ता-- 18.07--8.38
गोविन्द नगर-- 17.65-- 8.73
हंसपुरम-- 17.03-- 9.52
जाजमऊ-- 13.95--8.54
कल्याणपुर-- 12.21--8.32
नवाबगंज-- 17.04--7.39
फूलबाग-- 15.39-- 8.53
गुमटी-- 10.27-- 5.87
दादा नगर-- 7.98-- 4.05
(एग्र्रीगेट टेक्निकल एंड कामार्शियल लॉस परसेंट में है)

Posted By: Inextlive