सेंट्रल बैैंक ऑफ इंडिया में चार करोड़ रुपये के जेवर गुम होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय समेत पांच लोगों ने रिमांड के दूसरे दिन भी पुलिस के सामने कुछ भी कबूलने से इंकार कर दिया. हालांकि पुलिस सूत्रों की माने तो दो लोग टूट गए हैैं. उनका बयान भी दर्ज कराए जाएंगे. मुकदमे की मजबूती के लिए सभी आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जाएगा.

कानपुर (ब्यूरो) सेंट्रल बैंक के लॉकर से करोड़ों के जेवर चुराने के मामले में शहर के तमाम सर्राफ के नाम सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों लॉकर कंपनी के कर्मचारी चंद्रप्रकाश की गिरफ्तारी के बाद उसके द्वारा जूही और गोङ्क्षवदनगर के चार सर्राफ के नाम पुलिस को बताए गए थे, लेकिन लंबा समय गुजर जाने के बाद भी अब तक चोरी का माल खरीदने वाले एक भी सर्राफ के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है। गिरफ्तार किए गए लाकर कंपनी के कर्मचारी चंद्रप्रकाश और उसके दो साथियों ने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया है। हालांकि बैंक मैनेजर रामप्रसाद और लाकर इंचार्ज शुभम मालवीय ने अब तक मुंह नहीं खोला है।

उप मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ पीडि़त लॉकरधारक सोमवार को लखनऊ में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिले। इस मौके पर महामंत्री विनोद गुप्ता ने उन्हें बताया कि घटना के सामने आए हुए 15 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक माल की बरामदगी नहीं हुई है। पीडि़तों ने उनसे जेवर दिलवाने की गुहार लगाई। विनोद गुप्ता के मुताबिक केशव मौर्या ने आश्वस्त किया कि जल्द ही पुलिस कमिश्नर से बात कर घटना की रिपोर्ट मांगेंगे। सरकार की ओर से हर सम्भव मदद की जाएगी ताकि पीडि़तों को राहत मिल सके। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष टीकम चंद सेठिया, रोशन लाल अरोड़ा, विजय गुप्ता, ईश्वर वर्मा, प्रदीप गुप्ता, सीपी ओमर, मंजू भट्टाचार्य, राजाबेटी गुप्ता, मनोज सविता, विजय माहेश्वरी रहे।

बैंक में घुसे प्रदर्शनकारी
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में लॉकर से जेवर निकाले जाने के विरोध में रोज प्रदर्शन करने वाले सोमवार को बैंक ऑफ इंडिया पहुंच गए। बैंक में एक लॉकर से 45 लाख रुपये के जेवर गायब हो गए थे लेकिन वहां बैंक ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। बैंक में घुसते ही महिलाओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर अधिकारी व कर्मचारी कुर्सियां छोड़कर हट गए और पुलिस को बुला लिया जिसने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को समझाया। मॉल रोड स्थित बैंक आफ इंडिया की शाखा में दोपहर में घुसते ही लाकर चोरी न्याय संघर्ष समिति के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। मंगलवार को किदवई नगर स्थित जोनल आफिस में धरना देने का निर्णय लिया गया। धरने में देवी गोस्वामी परिवार के साथ पहुंचीं। इसके अलावा अभिमन्यु गुप्ता, सिद्धार्थ काशीवार रहे।

पीडि़तों ने सौंपी गहनों की सूची
पीडि़तों ने सोमवार को सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के रीजनल मैनेजर दयाशंकर पांडेय को अपने गहनों की सूची सौंपी। पीडि़तों में मीना यादव, पंकज गुप्ता, सुशीला शर्मा, निर्मला तहलियानी, सीता गुप्ता, वैभव महेश्वरी, अमिता गुप्ता रहीं।

अब तक 483 लाकर चेक
सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के 507 लाकर में से अब तक 483 लाकर चेक किए जा चुके हैं। अभी 24 लाकर चेक होने के लिए बचे हैं। बैंक प्रबंधन ने इन लॉकरधारकों को भी अपने लॉकर चेक कर लेने के लिए कहा है।

Posted By: Inextlive