गवाहों को सुरक्षा देगी पुलिस, पर्दे के पीछे से होगी गवाही
कानपुर(ब्यूरो)। शहर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड के सभी गवाहों को पुलिस सिक्योरिटी देगी। इसके लिए सीबीआई कोर्ट ने यूपी के डीजीपी डॉ। डी.एस। चौहान को आदेश जारी किया है। इस मामले के आरोपी 5 पुलिस वालों के जमानत पर रिहा होने के बाद मृतक मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने सीबीआई से सिक्योरिटी की मांग की थी।
गवाह हैैं कमजोर, आरोपी मजबूत
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि इस मामले के मुख्य गवाह मीनाक्षी गुप्ता, मृतक मनीष का दोस्त हरबीर सिंह और होटल मैनेजर आदर्श तिवारी काफी कमजोर गवाह हैं। जबकि सभी आरोपी पुलिस वाले हैं और वे अभी जमानत पर जेल से बाहर हैं। ऐसे में गवाहों की जान का खतरा है। ये भी आशंका है कि आरोपी पुलिस वाले गवाहों को डरा सकते हैं। मामले में 6-7 फरवरी को गवाही होनी है। सीबीआई की दलील है कि कई बार आरोपी कोर्ट परिसर में ही गवाहों को घूरकर आंखों से भी डरा देते हैं। जिससे गवाही प्रभावित होने की आशंका रहती है।
सिर्फ इंस्पेक्टर पर हत्या का केस
सीबीआई की अर्जी को स्वीकार करते हुए सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज विजय कुमार झा ने गवाहों को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश जारी किया है। साथ ही कोर्ट ने ये भी आदेश जारी किया है कि अब मामले की गवाही आरोपी पुलिसवालों के सामने नहीं होगी। बल्कि जिस वक्त कोर्ट में गवाही होगी, उस वक्त आरोपी पर्दे के पीछे होंगे। दरअसल, इस मामले में सिर्फ इंस्पेक्टर जगत नारायण (जेएन सिंह) पर हत्या का आरोप तय हुआ है। जबकि 5 अन्य आरोपी पुलिसवालों पर मारपीट-धमकी का केस चलेगा।
मामले में 7 जनवरी 2022 को सीबीआई ने इंस्पेक्टर जगत नारायण, 3 सब इंस्पेक्टर, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल को हत्या का आरोपी माना था। इन सभी के खिलाफ सीबीआई ने आईपीसी की धारा 302, 325, 323, 506, 218, 201, 34, 120बी और 149 के तहत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। कोर्ट ने इसका अवलोकन कर पांच लोगों को जमानत दे दी है।
27 सितंबर, 2021 की रात
बर्रा निवासी प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेस में 27 सितंबर 2021 की रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने रामगढ़ताल थाने पर तैनात रहे इंस्पेक्टर जगत नारायण, दरोगा अक्षय मिश्र, राहुल दुबे, विजय यादव, कॉन्स्टेबल कमलेश यादव और आरक्षी प्रशांत सहित 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज कराया है। तय समय में ही सीबीआई ने मामले की जांच पूरी करं चार्जशीट दाखिल कर दी।
27 सितंबर 2021 : गोरखपुर के होटल में पुलिसवालों की पिटाई से पर मनीष की मौत
28 सितंबर 2021 : तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज, 6 सस्पेंड
30 सितंबर 2021: सीएम ने मनीष की पत्नी से मुलाकात की।
2 अक्टूबर 2021 : मामले की जांच कानपुर एसआईटी ने शुरू की।
10 अक्टूबर 2021 : आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण और दरोगा अक्षय मिश्रा गिरफ्तार
12 अक्टूबर 2021 : आरोपी दरोगा राहुल दुबे और कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार गिरफ्तार
13 अक्टूबर 2021 : पुलिस ने मुख्य आरक्षी कमलेश यादव को गिरफ्तार किया।
16 अक्टूबर 2021 : पुलिस ने आखिरी आरोपी दरोगा विजय यादव को गिरफ्तार किया।
2 नवंबर 2021 : सीबीआई ने मामले में केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू की।
7 जनवरी 2022 : सीबीआई ने सभी आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ चार्जशीट लगाई
10 जनवरी 2023 : 5 आरोपी पुलिसकर्मियों को जमानत मिल गई