फेफड़ों को दुरुस्त करने के लिए पुलिस ने बनाई 'टीम'
- साइड इफेक्ट दूर करने को पुलिस हॉस्पिटल में स्पेशल टीम
- शहर के लोग भी उठा सकेंगे इस टीम से फायदा KANPUR: कोरोना का प्रभाव शहर से कम होने लगा है। लेकिन इस रोग के साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं। इन साइड इफेक्ट से भी पुलिस दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हो गई है। जिसके लिए बाकयदा एक ब्लू ¨प्रट तैयार किया गया है। इस बार पुलिस हॉस्पिटल में मिलने वाली इन सुविधाओं का फायदा शहर वासी भी उठा सकेंगे। पहले सीखेंगे फिर सिखाएंगेएडीसीपी डॉ। अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना से ठीक हुए लोगों की चलते समय कमजोरी महसूस होती है और सांसे फूलती है। इस समस्या को दूर करने के लिए टीम तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में एक साइकोलॉजिस्ट, चेस्ट फिजियोथैरेपिस्ट और नार्मल फिजियो की तैनाती की गई है। ये कोरोना से ग्रसित पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों को सुबह एक्सरसाइज सिखाएंगे। इसे सीखने के बाद पुलिसकर्मी इसे अपने इलाके में सिखाने का काम करेंगे।
एनसीसी कैडेट्स भी होंगेउन्होंने कहा इस ट्रे¨नग सेशन में एनसीसी को भी शामिल किया जाएगा। एनसीसी कैडेट्स भी एक्सरसाइज सीखने के बाद मोहल्लों में जाकर लोगों को इसके बारे में जानकारी देंगे। जिससे जो लोग कोरोना से संक्रमित हुए है। उन्हें ठीक से आराम मिल सके और उनके फेफड़े स्वस्थ हो सकें।
सेना, पुलिस के लिए फ्री इलाज कोरोना संकटकाल में पुलिस कर्मियों के परिजनों को पुलिस हॉस्पिटल का लाभ सबसे ज्यादा मिला। पुलिस लाइन में बनाए गए एल 1 हॉस्पिटल में गम्भीर मरीजों का इलाज कर उन्हें भी ठीक करके वापस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि सेना के जवान जो बाहर तैनात है और उनके परिजन जो यहां रह रहे हैं। उनके यहां यदि कोई कोविड पॉजिटिव आता है तो उनका इलाज भी पुलिस अस्पताल में निशुल्क कराया जाएगा। टीम घर जाकर देगी मदद इसके अलावा यदि वह घर पर ही इलाज कराना चाहते है। तो पुलिस लाइन में तैनात टीम उन्हें घर पर जाकर मदद देगी। इसमें सेंट्रल पुलिस फोर्सेस के परिवारी जन भी शामिल है। यह व्यवस्था इनके लिए निशुल्क होगी।