पुलिस रही फेल, कोरोना कफ्र्यू में चोरों का चलता रहा 'खेल'
- कोरोना कफ्र्यू के दौरान शहर में ताबड़तोड़ हुई चोरी की वारदातें
- चोरी की बड़ी वारदातों के खुलासे का पीडि़त कर रहे हैं इंतजार KANPUR : कोरोना कफ्र्यू में पुलिस दिन में न तो बेवजह निकले लोगों की चहलकदमी को रोक पा रही और न ही रात में चोरी की वारदातों को। कोरोना कफ्र्यू के बावजूद कमिश्नरेट और आउटर के इलाकों में लगातार शातिर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं इसके बाद भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है। कोरोना कफ्र्यू के दौरान जब लोग अपने परिवार वालों के अंतिम संस्कार और उनकी क्रिया में शामिल होने गए। इसका फायदा चोरों ने जमकर उठाया। कोरोना कफ्र्यू के दौरान चोरी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। हालांकि इन बड़ी वारदातों का खुलासा तो नहीं किया जा सका, लेकिन छोटी चोरी के मामले सॉल्व कर थाना पुलिस ने अधिकारियों की शाबाशी जरूर ले ली।अतिसुरक्षित इलाके में भी वारदात
चकेरी के भाभानगर निवासी रिटायर्ड आर्मी मैन अपनी मां की तेरहवीं में शामिल होने औरैया गए थे। इसी बीच चोरों ने उनके घर के ताले तोड़कर करीब 32 लाख रुपये का जेवर और नगदी पार कर दी। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंचे पीडि़त ने पुलिस को जानकारी दी। दूसरी बड़ी घटना भी कोरोना कफ्र्यू के दौरान चकेरी इलाके में हुई। जहां चोरों ने अतिसुरक्षित माने जाने वाले एचएएल इलाके में वारदात को अंजाम दिया। ये दो मामले तो केवल उदाहरण हैं। कमिश्नरेट इलाके में चोरी की लगभग एक दर्जन वारदातें हुईं। जिसमें पांच बड़ी वारदातें अभी भी पुलिस के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। पनकी में फैक्ट्री में हुई चोरी की वारदात और बैटरी चोरी का खुलासा किया गया।
इस तरह हिफाजत करेगी पुलिस - सबसे पहले अगर आप घर में ताला लगाकर कहीं बाहर जा रहे हैं और कई दिन बाद लौटेंगे तो आपको एक अप्लीकेशन थाने में देनी होगी - थाने में अप्लीकेशन देने के दौरान आपको कुछ टिप्स लिखा हुआ पम्फलेट दिया जाएगा, इस पम्फलेट में आपको क्या करना है? वो सब लिखा होगा। -आपके अप्लीकेशन की एक कॉपी वार्ड के पार्षद को, एक कॉपी पुलिस लाइन में सर्विलांस सेक्शन को, एक कॉपी पुलिस चौकी को और चौथी कॉपी बीट सिपाही को दी जाएगी। - कॉपी मिलते ही बीट सिपाही आपसे मिलकर ये जानकारी लेगा कि कब जाना है और कब आना है? साथ ही घर की कितनी चाबियां हैं और घर में कितने नौकर काम करते हैं।- पुलिस लाइन से आपके घर के आस पास सेफ प्लेस पर सीसीटीवी कैमरा लगा दिया जाएगा। जिसकी 24 घंटे रिकॉर्डिग डीवीआर में होगी।
- इसके बाद की जिम्मेदारी बीट सिपाही की होगी। बीट सिपाही इस घर के आस पास गश्त कर तालों पर ध्यान रखेंगे। - इसके बावजूद अगर चोरी होती है तो सीधे बीट सिपाही के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। उसे ही पूरे मामले का जिम्मेदार माना जाएगा ये हुई हैं बंद घरों में चोरी की बड़ी वारदातें - चकेरी में एचएएल कर्मी के घर लगभग 25 लाख की चोरी। - चकेरी के भाभानगर में एक्स आर्मीमेन के घर 30 लाख की चोरी। - कल्याणपुर में टीचर के घर से शातिरों ने उड़ाया 25 लाख का माल। - मंधना में किसान के घर से सात लाख की चोरी। - महराजपुर में शादी वाले घर से लाखों की चोरी। - हरबंश मोहाल में बंद घर से आठ लाख की चोरी। शहर से बाहर जाते समय इन बातों का रखें ध्यान - बालकनी में कपड़े फैलाकर या कुर्सी रखकर न जाएं। - दूधवाले और मेड को कभी न बताएं कि बाहर जा रहे हैं। - इस दौरान उन्हें कोई बहाना बना कर छुट्टी दे दें।- पड़ोसी पर भरोसा कर सकते हैं तो उसे बताकर जाए
'' शातिर चोर बंद घरों को निशाना बना रहे हैं। कई वारदातें सामने आई हैं। जिनके खुलासे में पुलिस की टीमें लगी हैं। चोरी रोकने का प्लान बनाया गया है। जिस पर पुलिस काम करेगी और वारदातों को रोका जाएगा.'' सलमान ताज पाटिल, डीसीपी क्राइम जिले में हैं कुल थाने - 45 कमिश्नरेट के थाने - 36 आउटर इलाके के थाने - 09 दस दिन में दर्ज की गई 22 चोरी पिछले दस दिनों में 13 से 23 मई तक शहर में चोरों ने ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिया। कहीं बंद घरों को निशाना बनाया तो कहीं घर के बाहर खड़ी बाइक और स्कूटी को। पनकी और चकेरी में जो वारदातें दर्ज की गईं उनमें लाखों की नगदी और जेवर चोरी होने की बात कही गई। वहीं नौबस्ता और बर्रा के इलाकों में चोरों ने धमाचौकड़ी मचाई। 1 जनवरी से 15 मई तक के आंकड़े चोरी-- 132 छिनैती- 46 वाहन चोरी- 32 गृहभेदन- 18 कूमल लगाकर- 06 व्यापारिक प्रतिष्ठानों में चोरी- 05