नगर निगम मुख्यालय में बने वर्टिकल गार्डन की ग्रीनरी खुद नगर निगम ही नहीं बचा रहा था. 26 दिसंबर को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में सूखे वर्टिकल गार्डन की खबर प्रकाशित होने के बाद अब उसकी देखरेख शुरू हो गई है. वर्टिकल गार्डन में ट्यूजडे से गार्डन में पानी डालकर पौधों की सांस बचाने में जुट गया है. जबकि लंबे समय से इसकी देखरेख नहीं हो रही थी.


(कानपुर ब्यूरो) ग्रीनरी को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम ने एक साल पहले वर्टिकल गार्डन बनाया था। इसको बनाने में लाखों रुपए पानी की तरह बहाया गया, लेकिन इसकी देखरेख पर न तो नगर निगम और न ही स्मार्ट सिटी ध्यान दे रहा था। जिस कारण खूबसूरती के बीच इसपर दाग लगा हुआ दिख रहा है, लेकिन अब पानी देने से सैकड़ों पौधों की सांस वापस आ गई। न मिलने पर सैकड़ों पौधों की सांस थम गई है। जिस वजह से ये वर्टिकल गार्डन अब बेदाग लगने लगे हंै। वहीं, उद्यान अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि गार्डन की ओर ध्यान दिया जाता है, लेकिन इसका जिम्मा स्मार्ट सिटी का है।

Posted By: Inextlive