साइबर शातिरों के तमाम हथकंडों के बीच एक नया हथकंडा सामने आया है. रिटायर हो चुके तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों से बदला लेने के लिए साइबर शातिर डीपफेक की मदद से आम लोगों को निशाना बनाने लगे हैं. गाजियाबाद में देश का पहला हैरान करने वाला मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने उगाही के लिए रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की आवाज और चेहरा इस्तेमाल कर वीडियो बनाया. वीडियो की मदद से अपराधियों ने बुजुर्ग के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया.

कानपुर (ब्यूरो)। साइबर शातिरों के तमाम हथकंडों के बीच एक नया हथकंडा सामने आया है। रिटायर हो चुके तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों से बदला लेने के लिए साइबर शातिर डीपफेक की मदद से आम लोगों को निशाना बनाने लगे हैं। गाजियाबाद में देश का पहला हैरान करने वाला मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने उगाही के लिए रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की आवाज और चेहरा इस्तेमाल कर वीडियो बनाया। वीडियो की मदद से अपराधियों ने बुजुर्ग के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के सामने आने पर सेंट्रली अलर्ट जारी किया गया है। यूपी साइबर सेल ने अपने जारी किए गए लेटर में कहा है कि अगर किसी पुलिस अधिकारी का वीडियो, फोटो या आवाज आए तो पहले ये तय कर लें कि वह वास्तव में अधिकारी ही है।

इस तरह बुजुर्ग से ठगी
क्लर्क के तौर पर काम करने वाले गोविंदपुरम निवासी अरविंद शर्मा ने हाल ही में पहला मोबाइल फोन खरीदकर फेसबुक अकाउंट बनाया। 4 नवंबर को जालसाजों ने फेसबुक वीडियो कॉल के जरिए उनसे संपर्क साधा। फोन उठाने पर दूसरी तरफ न्यूड महिला दिखाई दी। उन्होंने फौरन फोन को कट कर दिया। एक घंटे बाद शर्मा को व्हाट्सएप पर दूसरी वीडियो कॉल आई। इस बार एक वर्दीधारी उन्हें धमकी दे रहा था। पीडि़त शख्स की बेटी मोनिका ने शिकायत में बताया कि पुलिस की वर्दी में नजर आ रहे शख्स ने पिता को पैसों का भुगतान नहीं करने पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। उसने ये भी चेतावनी दी कि पिता का महिलाओं से बात करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। डरे हुए बुजुर्ग ने दामन को दाग से बचाने के लिए जालसाजों को बार-बार पैसे का भुगतान किया।

आखिकर धैर्य ने दिया जवाब
अपनी शिकायत में मोनिका ने यह भी बताया कि जालसाजों की मांग पूरी करने के लिए पिता ने कंपनी से कर्ज भी लिया। बेटी ने बताया कि साइबर अपराधियों की वसूली से तंग आकर पिता खुदकुशी करने की सोचने लगे थे। 74 हजार रुपये का भुगतान करने के बाद पिता का धैर्य आखिरकार जवाब दे गया। उन्होंने परिजनों को वारदात के बारे में डिटेल से बताया। परिजनों ने आईपीएस अधिकारी का पता लगाने के लिए गूगल पर सर्च किया।
ठगों तक पहुंचने की कवायद
जानकारी करने पर पता चला कि वीडियो में पूर्व एडीजी प्रेम प्रकाश थे। परिजनों को यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी की धमकी और उगाही पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी। अब साइबर सेल देश में होने वाली इस पहली ठगी को करने वाले तक पहुंचने की कवायद कर रही है, वहीं कानपुर में भी अलर्ट जारी कर दिया गया कि इस तरह से अगर कोई वीडियो आए तो सतर्क रहें।

Posted By: Inextlive