गंगा मेला में देशभक्ति के रंग
कानपुर ( ब्यूरो) हटिया से निकले रंग के ठेले के साथ बुलडोजर, दस ऊंट, आठ लोडर, चार ट्रैक्टर पर हुरियारों ने शहरवासियों पर खूब रंगों की बौछार की। अबीर-गुलाल उड़ाते हुए रंग के ठेले में मानो पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। केसरिया थीम पर आयोजित रंग के ठेले के साथ इस बार बाबा का बुलडोजर सबके आकर्षण का केंद्र रहा। आज बिरज में होली रे रसिया, होली खेल रघुवीरा अवध में, होली आई रे कन्हाई के साथ आजादी के तराने मेरा रंग दे वसंती चोला और जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएं हैं ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
रज्जन बाबू पार्क में बाल मेला
शाम के समय रज्जन बाबू पार्क में बाल मेले में बड़ी संख्या में परिजन बच्चों को लेकर पहुंचे। कमेटी की ओर से की गई आतिशबाजी ने हर किसी को मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ विधायक अमिताभ बाजपेई, सुरेश अवस्थी को संरक्षक मूलचंद्र सेठ, संयोजक ज्ञानेंद्र विश्नोई और विनय ङ्क्षसह ने पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। डीसीपी प्रमोद कुमार, संतोष बाजपेयी, कृतज्ञ तिवारी, सुशील ङ्क्षसह, विनय मेहरोत्रा, रोहित बाजपेयी, यश सेठ, उत्तम बाजपेयी, अमित सैनी, ऋषि तिवारी आदि उपस्थित रहे।
बरसा सौहार्द का रंग, हुई पुष्प वर्षा
होली मेला में सौहार्द का रंग भी देखने को मिला। मूलगंज में मुस्लिम भाइयों ने रंग के ठेले का स्वागत किया। हिन्दू-मुस्लिम ने गले मिलकर एक-दूसरों को गंगा मेला की बधाई दी। वहीं, खास बाजार सबस्टेशन के सामने तिरंगा लहराकर जुलूस पर पुष्पवर्षा की गई। कई प्रमुख मार्गों में रंग के ठेले का स्वागत किया गया। हटिया से शुरू रंग का ठेला जनरलगंज बजाजा, मनीराम बगिया, मूलगंज, टोपी बाजार, चौक स्थित कोतवालेश्वर मंदिर में पूजन के बाद चौक सराफा, कोतवाली, मेस्टन रोड, शिवाला, कमला टावर, बिरहाना रोड, नयागंज, काहूकोठी, लाठी मोहाल होते हुए रज्जन बाबू पार्क में समाप्त हुआ।
मटकी फोड़ में हुरियारों का उत्साह
गंगा मेला के जश्न में मटकी फोडऩे को शहर के हुरियारों का उत्साह पूरे चरम पर दिखा। बुधवार को बिरहाना रोड पर प्रतिवर्ष होने वाले मटकी फोड़ आयोजन में इस बार दर्जनों हुरियारों की टोली ने पहुंचकर मटकी फोडऩे के लिए पिरामिड बनाया। हालांकि मटकी की ऊंचाई अधिक होने के कारण कोई भी टोली उस तक नहीं पहुंच सकी। अंत में आयोजकों की ओर से मटकी को कुछ नीचा किया गया तब जाकर मटकी फोडऩे में कामयाबी हासिल की। हर कोई हुरियारों के इस अनोखे रंग से सराबोर हो गया। इसी प्रकार दालमंडी, रामबाग, ग्वालटोली, बर्रा, कल्याणपुर और शहर के कई स्थानों पर गंगा मेला पर दही हांडी फोड़ का आयोजन किया गया।