गंगा को स्वच्छ निर्मल व अविरल बनाने और उसके किनारों पर ग्रीनरी बनाने को लेकर डीएम नेहा शर्मा ने बुधवार को बैठक की. जिसमें उन्होंने गंगा किनारे ग्रीन बेल्ट बनाने के अलावा अटल घाट से जाजमऊ तक बोट क्लब की तर्ज पर पाथ-वे बनाने पर सुझाव दिया है. इसके लिए सिंचाई विभाग व नगर निगम सर्वे करेगी. कितने क्षेत्र में कितनी लागत आएगी स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए गए ताकि एनएमसीजी को स्टीमेट के साथ प्रपोजल भेजा जा सके. साथ ही स्कूलों में पेंटिंग व स्लोगन से लोगों को अवेयर किया जाएगा.

कानपुर (ब्यूरो) डीएम ने कहा कि गंगा किनारे ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी, ताकि वहां पर नदी के हिसाब से पौधे लगाए जाएं। गंगा के किनारे कानपुर की सीमा से 150 किलोमीटर अरौल से प्रारंभ होकर फतेहपुर बॉर्डर के बीच गंगा किनारे 40 गांव पड़ते हैं, उन गांवों में रहने वाले लोगों को अर्थ गंगा योजना से जोड़ते हुए उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाया जाएगा।

गंगा किराने जैविक खेती
गंगा के किनारे के 40 गांवों में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्तमान में 30 किसानों का ग्रुप जैविक खेती कर रहा है, जिसमें 1268 किसान जैविक खेती कर रहे हैं, इस योजना के तहत और भी किसानों को जोडऩे के लिए निर्देश दिये गए। वहीं, गंगा सुरक्षा समिति की तरफ से 19 अप्रैल को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ। महेंद्र कुमार ,नगर आयुक्त शिव शरणप्पा, जिला वन अधिकारी अरविंद, गंगा स्वास्थ्य समिति के अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive