पारे के साथ एसी बसों में बढ़ रहा पैसेंजर लोड
कानपुर (ब्यूरो) गर्मी के मौसम की वजह से वाया झकरकटी बस अड्डे चल रही कनेक्टिंग एसी बसों में कानपुराइट्स को जगह नहीं मिल रही है। हालात यह हैं कि पैसेंजर्स को एक से दो घंटे तक अपने रूट की एसी बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। गोविंदपुर निवासी रोहित सिंह ने बताया कि वह आगरा जाने के लिए एसी बस का इंतजार कर रहे है। प्रयागराज से वाया कानपुर आगरा जाने वाली बस में जगह नहीं थी। जिसके बाद वह अगली बस आ इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसी बस का इंतजार वह लगभग डेढ़ घंटे से कर रहे है। अगली बस एक घंटे के बाद आएगी।
दोपहर में फुल चल रही इलेक्ट्रिक एसी बस
सिटी के विभिन्न 13 रूटों में संचालित होने वाली इलेक्ट्रिक बसें गर्मी की मार के चलते दोपहर व शाम को पूरी तरह फुल चल रही हैं। हालात यह है कि पैसेंजर्स एसी बसों में खड़े होकर सफर करने को मजबूर हैं। एसी बसों में सीट की मारा मारी होने की वजह से अब बसों में तैनात स्टाफ लंबे दूरी का सफर तय करने वाले पैसेंजर्स को बैठने के लिए सीट उपलब्ध कराने की प्राथमिकता दे रहे हैं। जिससे लंबा सफर करने में पैसेंजर्स को किसी प्रकार की समस्या न फेस करनी पड़े।
कानपुर सिटी में वर्तमान में 98 इलेक्ट्रिक एसी बसों का संचालन किया जा रहा है। पैसेंजर्स की डिमांड को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने शासन को 130 और इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराने का प्रपोजल जनवरी में भेजा था। जिसे शासन ने मंजूरी देते हुए बसें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। जल्दी ई बसों की नई खेप शहर आने की उम्मीद है। किसी रूट पर रोडवेज की कितनी एसी बसें
कानपुर से प्रयागराज 2
कानपुर से गोरखपुर 4
कानपुर से वाराणसी 4
कानपुर से आगरा 3
कानपुर से फर्रुखाबाद 3
कानपुर से बरेली 2
कानपुर से दिल्ली 6
कानपुर से रायबरेली 3
कानपुर से बस्ती 2 आंकड़े
- 100 से अधिक एसी बसों का डेली आवागमन
- 7000 से अधिक पैसेंजर्स डेली एसी बस में करते सफर
- 10 हजार के लगभग बढक़र हुआ एसी बसों का पैसेंजर्स लोड
- 98 इलेक्ट्रिक एसी बसों का संचालन भी सिटी में हो रहा
- 13 सिटी के विभिन्न रूटों पर इलेक्ट्रिक एसी बसें चल रहीं
कोट
गर्मी की वजह से एसी बसों में पैसेंजर्स का लोड बढ़ा है। जिसकी वजह से डिमांड भी बढ़ी है। एसी बसों में सफर करने वालें पैसेंजर्स को समस्या न फेस करनी पड़े। इसके लिए रूट रिवाइज किया जा रहा है। जिन रूटों में बसें खाली चल रही हैं। वहां से हटाकर डिमांड वाले रूट पर लगाया जाएगा।
लव कुमार, आरएम, रोडवेज