कहने को अपना शहर स्मार्ट सिटी है. लेकिन स्मार्ट मे नाम पर लाखों कानपुराइट् से मजाक किया जा रहा है. जिस शहर में लाखों की संख्या में वाहन हों वहां नगर निगम की सिर्फ दो पार्किंग हैं. जी हां सही पढ़ा सिर्फ दो. नगर निगम की ओर से 42 स्मार्ट पार्किंग बनाने का प्लान है लेकिन महीनों से उसकी फाइल धूल फांक रही हैं. इसका खमियाजा पब्लिक हो भुगतना पड़ रहा है. मार्केट करने वाले लोग इधर उधर और रोड पर वाहन खड़े करते हैं. इससे एक तरफ जहां जाम लगता है वहीं दूसरी ओर वाहन चालकों को चालान का भुगतान करना पड़ता है. वाहन चोरी होने का खतरा भी बना रहता है.

कानपुर (ब्यूरो) दरअसल, नवंबर 2021 को नगर निगम ने सिटी के विभिन्न एरिया में चल रहे 42 स्मार्ट पार्किंग का ठेका सुविधाओं से लैस न होने के चलते बंद करवा दिया, इसके बाद दिसबंर को एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर ने आदेश दिया कि वाहन पार्किंग को सुविधाओं से लैस कर फिर से टेंडर कॉल किया जाएगा, लेकिन दो महीने बार बाद भी पार्किंग के हालत जस के तस हैं, न पार्किंग का ठेका हुआ और न ही नगर निगम ने इस पर कोई दिलचस्पी दिखाई। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।

ये होनी चाहिए व्यवस्थाएं
कानपुराइट्स को पार्किंग की समस्या से राहत देने के लिए नगर निगम ने विभिन्न एरिया में 44 स्मार्ट पार्किंग बनाई, इनमें टॉयलेट, टीनशेड, पानी की व्यवस्था, बेहतर ढंग से वाहन पार्क करना को जरूरी किया गया था, कुछ महीने पार्किंग चली भी, लेकिन बाद में ठेकेदारों ने इन सुविधाओं से लोगों को वंचित रखा। जिसके बाद म्यूनिसिपल कमिश्नर के आदेश पर 42 पार्किंग को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।

सिर्फ नाम की दो स्मार्ट पार्किंग
असुविधाओं की वजह से 42 स्मार्ट पार्किंग को बंद जरूर किया गया था, लेकिन जो दो चल रही है, उसमें भी कोई खास व्यवस्था नहीं है। वर्तमान में सुविधाओं से लैस के नाम पर अटलघाट और मोतीझील में पार्किंग चल रही है।

Posted By: Inextlive