झकरकटी समानांतर पुल तैयार होने के बाद अब कानपुराइट्स को अंतर्राज्यीय बस अड््डे में सुविधाओं की दरकार है. झकरकटी बस अड्डा कहने को तो अंतर्राज्यीय बस अड्डा है लेकिन यह सुविधाओं के नाम पर डिपो से बहुत पीछे है. जहां डेली हजारों पैसेंजर्स को खाने पीने से लेकर बसों के इंतजार में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वैसे तो झकरकटी बस अड्डे को चारबाग स्टेशन की तरह पीपीपी मॉडल पर रिडेवलपमेंट करने का प्रस्ताव लगभग चार साल पहले बन गया था. इसके बावजूद यहां पर सुविधाओं के नाम पर एक नई ईट नहीं लगाई गई है.

कानपुर (ब्यूरो) झकरकटी अंतर्राज्यीय बस अड्डे से डेली यूपी के विभिन्न सिटीज के साथ राजस्थान व उत्तराखंड के लिए बसों का संचालन होता है। जहां हजारों पैसेंजर्स का आवागमन है। इसके बावजूद बस अड््डे में न तो बसों का निर्धारित प्लेटफार्म है और न ही पैसेंजर्स के बैठने के लिए सही व्यवस्था, लिहाजा पैसेंजर्स को गर्मी हो या बरसात खुले असमान के नीचे खड़े रहकर ही अपनी बसों का इंतजार करना पड़ता है।


दो बार उठे टेंडर , नहीं आया कोई
परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक झकरकटी बस अड्डे को पीपीपी मॉडल पर रिडेवलपमेंट करने के लिए इन चार सालों में दो बार टेंडर उठाया गया। जिसमें किसी भी कंपनी ने अपना इंट्रेस्ट नहीं दिखाया। लिहाजा अब परिवहन विभाग अपने स्तर से बस अड्डे को रिडेवलपमेंट करने की तैयारी कर रहा है। जिसकी कवायद भी शुरू कर दी गई हैं।


खुद करेंगे डेवलप
रोडवेज आरएम अनिल अग्रवाल ने बताया कि बस अड्डे के रिडेवलपमेंट को लेकर दो बार टेंडर उठाया जा चुका है। एक बार और टेंडर उठाया जाएगा अगर कोई कंपनी नहीं आती है तो डिपार्टमेंट खुद बस अड्डे में रिडेवलपमेंट वर्क कराएगा। जिसको किराए में उठाकर रिडेवलपमेंट में लगाया गया पैसा वापस निकाला जाएगा। उन्होने बताया कि 2022 में रिडेवलपमेंट के कई काम झकरकटी में करने की कवायद शुरू कर दी गई हैं।

Posted By: Inextlive