अब मिलेगा हर दर्द का इलाज
कानपुर(ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 200 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में यूपी में पहली बार पेन मेडिसिन डिपार्टमेंट शुरू होगा। जीएसवीएम यूपी का पहला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज होगा जहां पर पेन मैनेजमेंट का एक अलग डिपार्टमेंट होगा। इस डिपार्टमेंट में हर तरह के क्रोनिक और एक्यूट पेन के इलाज की व्यवस्था होगी।
पेन क्लीनिक वीकली चलतीशुरुआत में इस डिपार्टमेेंट में पेन मेडिसिन में एमडी कोर्स भी शुरू किया जाएगा। अभी तक पेन मैनेजमेंट के लिए हैलट अस्पताल की ओपीडी में ही पेन क्लीनिक वीकली चलती है। जिसमें एनेस्थीसियोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर्स पेशेंट्स देखते हैं। नई सुपरस्पेशिएलिटी विंग में इसके लिए अलग डिपार्टमेंट होगा। जिसमें इंटरवेंशनल पेन प्रोसीजर किए जा सकेंगे। साथ ही पेशेंट्स की देख रेख के लिए 20 बेड की भी सुविधा होगी।
एडवांस उपकरण आ रहे
पीएमएसएसवाई के नोडल अधिकारी डॉ। मनीष सिंह ने जानकारी दी कि पेन मेडिसिन डिपार्टमेंट में हर तरह के दर्द के इलाज की व्यवस्था होगी। इसके लिए काफी एडवांस उपकरण भी आ रहे हैं। रेडियोफ्रीक्वेंसी एबीलेशन मशीन से पेन के मैनेजमेंट ज्यादा बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। इसके अलावा पेशेंट्स के छोटे इंटरवेंशनल पेन प्रोसीजर भी होंगे। इसके लिए स्पाइनल इंडोस्कोप भी आ रहा है। यह सभी प्रोसीजर बेहद प्रिसाइज तरीके से हो इसके लिए सी आर्म मशीन भी हा रही है। अभी तक पेन मैनेजमेंट को लेकर कानपुर में ज्यादा सुविधाएं नहीं थी,लेकिन अब पेन मैनेजमेंट में भी स्पेशिएलिटी केयर मिल सकेगी।
कौन कौन से दर्द से का मिलेगा इलाज-
- कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान पेन मैनेजमेंट
- सभी तरह के एक्यूट पेन मैनेजमेंट
- आर्थराइटिस, ज्वाइंट पेन व पोस्ट ऑपरेटिव पेन
पेन मैनेजमेंट के लिए कौन कौन सी सुविधाएं-
स्पाइनल इंडोस्कोप, सी आर्म स्पाइनल, रेडियोफ्रीक्वेंसी एबलेशन मशीन।
आएंगे 4.50 करोड़ के उपकरण
पेन मेडिसिन डिपार्टमेंट के इतर सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल के दो अन्य डिपार्टमेंट पीडियाट्रिक सर्जरी व आर्थोप्लास्टी के लिए पीएमएसएसवाई के तहत 4.50 करोड़ रुपए के उपकरण आएंगे। इसके लिए आर्डर दे दिए गए हैं।
सीवर कनेक्शन का काम शुरू
सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल को पाइप लाइन व सीवर लाइन का कनेक्शन देने के लिए जलकल विभाग की ओर से संडे को काम शुरू कर दिया गया। यह कनेक्शन जीटी रोड की तरफ से दिया जाएगा। इससे पहले अस्पताल के लिए एक अस्थाई बिजली कनेक्शन भी मिल चुका है। जबकि नए सबस्टेशन के निर्माण को भी मंजूरी मिल चुकी है।