6 महीने में सिर्फ 21 परसेंट
- हाउस टैक्स जमा करने को लेकर लोगों ने किया किनारा, लॉकडाउन का बहाना बना कर बाद में जमा करने की कह रहे बात
- नगर निगम ने दी करंट ईयर में 10 परसेंट हाउस टैक्स में छूट, 300 करोड़ रुपए का टारगेट, अभी तक वसूली सिर्फ 65 करोड़ KANPUR : कोरोना का असर नगर निगम के रेवेन्यू पर भी पड़ा है। लोगों ने हाउस टैक्स जमा करने से किनारा कर लिया है। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन हाउस टैक्स जमा होने की धीमी रफ्तार से नगर निगम अफसर जरूर परेशान हो उठे हैं। फाइनेंशियल ईयर का आधा साल बीतने को हैं, लेकिन नगर निगम में हाउस टैक्स की वसूली महज 21.66 परसेंट ही हो सकी है। यानि 300 करोड़ रुपए के एनुअल टारगेट के मुकाबले 65 करोड़ रुपए वसूल किए जा सके हैं। हाउस टैक्स के अलावा अन्य मदों में भारी कमी आई है।जोन-2 में सबसे अधिक
सिटी में 4.15 लाख प्रॉपर्टी नगर निगम में रजिस्टर्ड हैं। लेकिन करंट फाइनेंशियल ईयर में लगभग 3 लाख लोगों ने अपना हाउस टैक्स जमा नहीं किया है। इसको देखते हुए फ्राइडे को हुई नगर निगम कार्यकारिणी में नगर निगम ने 31 अक्टूबर तक हाउस टैक्स में छूट दी है। वहीं जोन-2 में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड हैं, ऐसे में अभी तक 1 लाख लोगों ने हाउस टैक्स जमा नहीं किया है। रेवेन्यू कम होने से और शासन से मिलने वाली ग्रांट भी कम होने से नगर निगम को हर महीने में सैलरी और पेंशन में अपने पास लगभग 8 करोड़ रुपए मिलाने में भी मुश्किल हो रही है।
मैसेज से भेजे जा रहे बिल लॉकडाउन के बाद नगर निगम में ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा करने वालों की संख्या बढ़ी है। 1,16,405 लोगों के मोबाइल नंबर रजिस्टर किए जा चुके हैं। इन सभी को मोबाइल नंबर पर ही हाउस टैक्स का बिल भेजा जा रहा है। लोगों ने इस सेवा पर विश्वास करते हुए लगभग 3 करोड़ रुपए से ज्यादा अमाउंट नगर निगम के खाते में जमा की है। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर कोरोना काल में ये योजना बेहद सक्सेसफुल साबित हो रही है। --------------- इस प्रकार है जोन में टैक्स वसूलीजोन एनुअल टारगेट अब तक वसूली जमा करने वालों की संख्या 1 60.63 11.65 25,123
2 52.52 9.34 80,543 3 29.31 6.70 49,867 4 36.88 10.56 22,714 5 70.33 13.37 51,9756 50.33 10.85 59,154
नोट- एनुअल टारगेट व वसूली की संख्या करोड़ रुपए में। --------------- इतने लोगों को भेजे गए मैसेज पर बिल जोन टोटल संपत्ति मोबाइल पर भेजे गए बिल 1 34,186 14,973 2 1,19,149 16,328 3 67,467 10,939 4 32,435 15,181 5 76,604 26,489 6 85,648 32,495 --------------