अमरीका में छह नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के आखिरी चरण में दोनों प्रमुख उम्मीदवारों - डैमोक्रेटिक राष्ट्रपति बराक ओबामा और रिपब्लिकन मिट रोमनी के बीच कांटे की टक्कर है.

दोनों उम्मीदवार तीन दिनों के आक्रामक चुनाव प्रचार में 'स्विंग स्टेट्स' - ओहायो, विसकॉंसिन, कोलोरैडो और आयोवा पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिनमें मतदाताओं के किसी भी उम्मीदवार की ओर झुकाव इस चुनाव में निर्णायक साबित हो सकता है.सर्वेक्षणों के मुताबिक दोनों ही उम्मीदवारों में कड़ा मुकाबला है लेकिन बीबीसी के वॉशिंगटन संवाददाता का कहना है कि तूफान सैंडी से हुई तबाही के बाद राहत कार्यों और अन्य कार्रवाई से ओबामा के चुनाव प्रचार को गति मिली है।

बीबीसी संवाददाता पॉल एडम्स का कहना है, "दस दिन पहले, पहली बहस के समय तक, तक लग रहा था कि मिट रोमनी का प्रचार तेज हो रहा है। लेकिन अब मतदान से कुछ ही दिन पहले लगता है कि स्थिति कुछ बदल रही है."

उनका ये भी कहना है कि रोमनी के पक्ष में पर्याप्त संख्या में स्विंग स्टेट्स नहीं जा रहा है जिनके आधार पर हार-जीत का फैसा होना है। बराक ओबामा ने पिछले हफ्ते में खासा अच्छा प्रदर्शन किया है."

पॉल एडम्स का कहना है कि तूफान सैंडी की तबाही के बाद राहत कार्यों और कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति ओबामा की सराहना हुई है हालाँकि अब भी लाखों लोग सैंडी से हुई तबाही के परिणामों से जूझ रहे हैं।

अक्तूबर में 1.71 लाख नौकरियाँगौरतलब है कि शुक्रवार को अमरीका के श्रम मंत्रालय ने घोषणा की थी कि अक्तूबर में अमरीका में 1.71 लाख नौकरियाँ पैदा हुईं जो उम्मीद से बेहतर था।

ओबामा ने इसके बाद कहा, "हमें अब पता है कि बदलाव कैसा हो सकता है और गवर्नर (रोमनी) की पेशकश क्या है? हमने असल में प्रगति की है लेकिन अब भी बहुत काम होना बाकी है."

उधर रोमनी ने समर्थकों से कहा कि इन आंकड़ों से दुखी करने वाली खबर आई है कि अर्थव्यस्था जस-की-तस वहीं खड़ी है। अमरीका के चुनाव में लगभग 2.4 करोड़ मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं।

Posted By: Inextlive